वर्ष 1975 और 1992 में भागलपुर के दो व्यक्ति को यह सम्मान मिलने के बाद किसी को नहीं मिला
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15 सितंबर तक पद्म सम्मान के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने किया है नामांकन आमंत्रित
वर्ष 1975 और 1992 में भागलपुर के दो व्यक्ति को यह सम्मान मिलने के बाद किसी को नहीं मिला भागलपुर : साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देनेवाले प्रसिद्ध साहित्यकार वलाय चंद मुखर्जी उर्फ वनफूल को भारत सरकार ने 1975 में पद्मभूषण सम्मान से नवाजा था. इसके बाद भागलपुर प्रमंडल के बौंसी के […]
भागलपुर : साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देनेवाले प्रसिद्ध साहित्यकार वलाय चंद मुखर्जी उर्फ वनफूल को भारत सरकार ने 1975 में पद्मभूषण सम्मान से नवाजा था. इसके बाद भागलपुर प्रमंडल के बौंसी के समीप साहूपोखर के रहनेवाले चित्तू टुडू को कला के लिए पद्मश्री सम्मान से पुरस्कृत किया गया था.
लेकिन फिर इसके बाद भागलपुर पद्म सम्मान के लिए तरसता ही रह गया. अन्य वर्षों की तरह एक बार फिर देश के चुनिंदे व्यक्तियों को यह सम्मान देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. भागलपुर के लिए यह उम्मीद लेकर आया है और सवाल उठना लाजिमी है कि वर्षों से पद्म सम्मान के लिए तरसता यह इलाका आगे भी तरसता ही रह जायेगा या एक बार फिर इस सम्मान से यह क्षेत्र गौरवान्वित होगा.
भागलपुर एक सांस्कृतिक नगरी है. साहित्य सृजन में भी इसकी पहचान विश्वस्तरीय रही है. संथाली संस्कृति पर अनूठा काम करनेवाले चित्तू टुडू और बांग्ला साहित्य क्षेत्र के हस्ताक्षर वनफूल इसके एक उदाहरण हैं. उस दौर से आगे बढ़ें, तो संगीत, थियेटर, मूर्तिकला, समाजसेवा, इंजीनियरिंग, साहित्य लेखन, कविता लेखन, खेलकूद, वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक से बढ़ एक कार्य यहां विपरीत परिस्थितियों में हुए हैं. इसमें कई बड़े नाम शामिल हैं. लिहाजा भागलपुर में पद्म सम्मान की उम्मीद जगना कोई आश्चर्य भी नहीं.
इन क्षेत्रों विशिष्ट कार्य पर मिलता है सम्मान
कला : म्यूजिक, पेंटिंग, मूर्तिकला, फोटोग्राफी, सिनेमा, थियेटर आदि.
सामाजिक कार्य : समाज सेवा, धर्मार्थ सेवा, सामुदायिक परियोजनाओं आदि में योगदान.
लोक कार्य : कानून, लोकजीवन, राजनीति आदि
विज्ञान और इंजीनियरिंग : अंतरिक्ष इंजीनियरिंग, नाथिकीय इंजीनियरिंग, सूचना प्रौद्योगिकी, विज्ञान, अनुसंधान और विकास
व्यापार और उद्योग : बैंकिंग, आर्थिक क्रियाकलाप, प्रबंधन, पर्यटन संवर्धन, व्यवसाय आदि
चिकित्सा : चिकित्सा अनुसंधान, आयुर्वेद में विशिष्टता, होम्योपैथी, सिद्ध, एलोपैथी, प्राकृतिक चिकित्सा आदि
साहित्य और शिक्षा : पत्रकारिता, अध्यापन, पुस्तक लेखन, साहित्य, कविता लेखन, शिक्षा संवर्धन, शिक्षा सुधार आदि
सिविल सेवा : सरकारी सेवकों द्वारा प्रशासन आदि में विशिष्टता या श्रेष्ठता
खेलकूद : प्रसिद्ध खेलें, एथलेटिक्स, साहसिक पर्वतारोहण, खेलकूद संवर्धन, योग आदि
अन्य : जो क्षेत्र ऊपर सम्मिलित नहीं हों और उनमें भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार, मानवाधिकार संरक्षण, वन्य जीव संरक्षण शामिल हो सकता है.
पद्म पुरस्कार के लिए प्रपत्र में मांगी गयी सूचना नाम, लिंग, जन्म तिथि, आयु, जन्म स्थान, राष्ट्रीयता, पत्राचार का पता, टेलीफोन, इ-मेल, धर्म, वर्ग, व्यवसाय या कारोबार (पदनाम), क्रियाकलाप का क्षेत्र, जिस पुरस्कार के लिए सिफारिश की गयी है (पद्म विभूषण, पद्म भूषण, पद्म श्री), पूर्व में यदि कोई पद्म पुरस्कार दिया गया हो, प्रशस्ति पत्र (इसमें वर्णनात्मक रूप में प्रशंसा होनी चाहिए, जिसमें क्रियाकलाप के संबंधित क्षेत्र में प्राप्त विशिष्टताओं/उपलब्धियों का उल्लेख हो, अधिकतम 800 शब्दों में)
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