जगदीशपुर : चकफतमा के बालू कारोबारी रंजीत यादव की हत्या के बाद पुलिस सभी आरोपियों की गिरफ्तारी में जुट गयी है. गिरफ्तारी के लिए पुलिस संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी कर रही है. परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी है कि आरोपित फोन पर लगातार धमकी दे रहें है. पुलिस उन्हीं नंबरों के टावर लोकेशन पर आरोपियों का पता लगा रही है. पुलिस किसी भी प्रकार से कृष्णा यादव को गिरफ्तार करना चाह रही है.
कृष्णा यादव ही ऐसा आरोपित है जिसके सहारे पुलिस इस हत्या की गुत्थी को सुलझा सकती है. दर्ज प्राथमिकी में हत्या का कारण स्पष्ट तौर पर सत्येंद्र यादव और ललन यादव से जमीन विवाद बताया है, लेकिन पुलिस अन्य बातों पर भी तहकीकात कर रही है. घटना के बाद से चकफतमा, मकससपुर इलाकों में खौफ का माहौल है. रंजीत के घर में मातमी सन्नाटा पसरा है. आसपास के इलाकों में घटना को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है
. रविवार को भी घटना के बाद बहुत सारी बातें सामने आयी थी, लेकिन प्राथमिकी के बाद उन सारी बातों पर विराम लग गया है. घटनास्थल पर चर्चा थी जिस कृष्णा यादव को मुख्य षड्यंत्रकर्ता बनाया गया उसे घटना से पूर्व शनिवार को काफी देर तक रंजीत के साथ जगदीशपुर में देखा गया था. घटना के बाद मृतक रंजीत के बारे में गांव वालों का कहना है कि वह काफी मेहनती था. पहले वह ठेला चलाता था, लेकिन ट्रैक्टर खरीदने के बाद वह बालू के कारोबार से जुड़ गया था. रंजीत की हत्या पर गांव व इलाके के लोगों का कहना था कि वह काफी दिनों से अपराधियों के निशाने पर था. पूर्व में भी उसपर हमला हो चुका था. इस हत्याकांड को गुटबाजी से भी जोड़ कर लोग देख रहे हैं क्योंकि कोयली खुटाहा क्षेत्र में इन दिनों कई गुट बने हुए हैं, लेकिन बालू के कारोबार में जुड़ने के बाद रंजीत सभी गुटों के लोगों से एक समान संबंध रखने की कोशिश करता था. थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार झा ने बताया कि जमीन विवाद से हट कर भी पुलिस अनुसंधान कर रही है.