लखीसराय:शहर के एक मात्र अंगीभूत महाविद्यालय केएसएस कॉलेज के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे तिलकामांझी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ रामशंकर दूबे व प्रति कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय के ऊपर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने स्याही फेंक अपना विरोध प्रकट किया़ परिषद कार्यकर्ताओं ने विगत कई वर्षों से लगभग 50 हजार छात्रों का रिजल्ट रोके रखने, छात्रों को लगातार परेशान करने का विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कुलपति व प्रति कुलपति के खिलाफ जमकर नारे भी लगाये. इसके साथ ही परिषद कार्यकर्ताओं ने कुलपति के वाहन पर स्याही फेंक अपना विरोध प्रकट किया. परिषद कार्यकर्ताओं के इस कृत्य से कुछ देर के लिए कार्यक्रम स्थल रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. स्याही फेंकते ही कॉलेज कर्मी छात्रों को कॉलेज से बाहर करने लगे.
घटना के तुरंत बाद कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य कौशल किशोर द्वारा टाउन थाना को इसकी जानकारी दिये जाने के बाद टाउन थाना पुलिस मौके पर पहुंच कॉलेज परिसर से छात्रों को बाहर निकाला. वहीं छात्रों के कॉलेज से बाहर जाने के बाद पूरी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कुलपति व प्रति कुलपति को कॉलेज से बाहर निकालते हुए भागलपुर के लिए भेजा गया.
सभा स्थल पर अफरा-तफरी का माहौल
बुधवार को केएसएस कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान सभागार में कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य कौशल किशोर की अध्यक्षता में कार्यक्रम चल रहा था. कार्यक्रम के दौरान विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित तिलकामांझी विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ एके राय ने अपने संबोधन में जब कहा कि आधार संरचना स्मार्ट क्लास के बावजूद वर्षों पूर्व ही की तरह बच्चों को पढ़ने के प्रति ललक की जिज्ञासा नहीं हो रही है. क्या कारण है. इसके बाद लगभग एक दर्जन अभाविप कार्यकर्ता नारा लगाते हुए सभास्थल पर प्रवेश कर मंच की ओर बढ़ने लगे. कम्यूनिष्ट नेता प्रमोद कुमार शर्मा के द्वारा मना किये जाने के बावजूद परिषद कार्यकर्ता मंच के पास पहुंच अपने साथ लाये स्याही को कुलपति व कुलपति पर फेंक दिया. इसके बाद सभास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. किसी तरह कुलपति व प्रति कुलपति को सुरक्षा घेरा में लेकर प्राचार्य कक्ष में पहुंचाया गया़
छात्रों की नाराजगी प्राचार्य से थी. प्राचार्य कॉलेज की विभिन्न गतिविधियों को लेकर संबोधित कर रहे थे. इसी बीच छात्र टोका-टोकी करने लगे. इसके बाद जैसे ही प्रतिकुलपति बोलना शुरू किये, छात्रों ने स्याही फेंक दी. छात्रों के पास स्याही होने का मतलब है कि यह उनकी प्री-प्लानिंग थी.
प्रो आरएस दुबे, कुलपति, टीएमबीयू