भागलपुर : भागलपुर में भाजपा की राजनीति के दो ध्रुव एक बार फिर एक साथ दिखे. मन और चेहरे के भाव भले न मिलते हों पर वे एक ही मंच पर थे. शाहनवाज हुसैन और अश्विनी चौबे के गुटों के लोग टाउन हॉल में भले ही अलग-अलग बैठे हों पर उनके नेता स्मृति ईरानी के इर्द-गिर्द दिख रहे थे. मंगलवार को भाजपा नेता और एचआरडी मंत्री स्मृति ईरानी के टाउन हॉल के मंच ने पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के भागलपुर आगमन की याद ताजा कर दी.
महीनों बाद ही सही, शाहनवाज हुसैन और अश्विनी चौबे मंच पर एक साथ मौजूद थे. वैसे तो स्मृति ईरानी दोनों से बीच-बीच में बात कर रही थीं. पर जब वे एक से बात करतीं तो दूसरे के चेहरे का भाव देखने लायक होता. स्मृति के एक तरफ अश्विनी चौबे थे और दूसरी तरफ मंगल पांडेय. शाहनवाज को मंत्री जी से बात करने के लिए मंगल पांडेय को थोड़ा पीछे करना पड़ रहा था. स्मृति एक बार शाहनवाज से बात करतीं तो कुछ सेकेंड बाद अश्विनी भी उनसे गुफ्तगू करने लग जाते.
मंगलवार को टाउन हाॅल में दोनों नेताओं के केन्द्रीय मंत्री से वार्तालाप के इस दौर को देखकर यही लग रहा था कि स्मृति के दिमाग में यह बात चल रही थी कि दोनों में किसी को भी नाराज नहीं होने देना है. वे दोनों को बराबर भाव दे रही थीं. विधानसभा चुनाव में भागलपुर सीट को लेकर अंदरूनी उठापटक और सीट के परिणाम के बाद शाहनवाज गुट चाहे जो भी सोच रहा हो पर अश्विनी चौबे अर्जित को आगे कर यह एहसास कराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि एक हार से न तो उनका और न ही उनके बेटे का मनोबल टूटा है. केंद्र, राज्य से होते हुए भागलपुर तक पहुंची भाजपा की गुटबाजी के दो नेताओं के साथ स्मृति ईरानी की क्या बात हुई यह मंगल पांडेय से ज्यादा कौन बता सकता है.