सुलतानगंज : पवित्र माह रमजान में कभी सोचा भी नहीं था कि पति की हत्या हो जायेगी. बेटे को ईद में कपड़ा दिलाने की तमन्ना शमशाद की अधूरी रही गयी. सोमवार को गोली मार कर स्टैंड किरानी की हत्या के बाद परिजन गमगीन है. पत्नी शेराबानो कहते-कहते फफक कर रोने लगती है. रोज रात के एक बजे ही बस में काम करने के लिए निकलता था, लेकिन आज वह रात में नहीं निकला था. 15 वर्षीय पुत्र मो सलमान मैट्रिक उत्तीर्ण किया है. पुत्र ने बताया कि सुबह नौ बजे अब्बू से बात से हुई थी. वह ईद के लिए कपड़ा दिलाने की बात कहे थे.
घर में कमाने वाले मात्र शमशाद ही था. एकलौते पुत्र सहित पत्नी का देखभाल अब कौन करेगा. सबको चिंता सता रही है. हत्या के स्पष्ट कारणों का पता अब तक नहीं लग पाया है. पत्नी ने बताया कि मो शमशाद नयी सीढ़ी घाट से देवघर जाने वाली बस की देखरेख व संचालन के साथ यात्रियों को चढ़ाता था. प्रत्येक बस से उसे 10 से 20 रुपया मिलते था. समय बचा कर वह डिब्बा भी बेचता था. शमशाद से किसी की कोई दुश्मनी नहीं थी.
वह काफी मिलनसार था. सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेता था. हत्या के बाद आसपास के सभी दुकानदार दुकान बंद कर लिये. परिजन अपराधी की गिरफ्तारी जल्द करने की मांग कर रहे हैं. नगर परिषद द्वारा कबीर अंत्येष्टि के तहत 3,000 रुपये मृतक के परिजनों को दिया गया. पुलिस सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच करने में जुटी है. डीएसपी विधि व्यवस्था राजेश सिंह प्रभाकर, इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष के एस आजाद पूरे मामले की गंभीरता से जांच-पड़ताल कर मामला का जल्द उद्भेदन कर लेने की बात कही.