14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

प्रभात खबर ने उठाया था अस्पताल में

दवा की कमी का मामला पेट दर्द इलाज के लिए पहुंचे, बुखार भी हुआ मरीजों की संख्या बढ़ी, घंटों लाइन में रहना पड़ता है खड़ा भागलपुर : पूर्वी बिहार के महत्वपूर्ण जवाहरलाल नेहरु मेडिकल काॅलेज अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. चिट्ठा कटाने से लेकर इलाज कराने तक में कम से […]

दवा की कमी का मामला

पेट दर्द इलाज के लिए पहुंचे, बुखार भी हुआ
मरीजों की संख्या बढ़ी, घंटों लाइन में रहना पड़ता है खड़ा
भागलपुर : पूर्वी बिहार के महत्वपूर्ण जवाहरलाल नेहरु मेडिकल काॅलेज अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. चिट्ठा कटाने से लेकर इलाज कराने तक में कम से कम दो घंटे भी जरूर लग जाते हैं. सोमवार को दिन के 12:13 बजे का नजारा था. उमस भरी गरमी में खड़े रहते-रहते पेट की बीमारी वाले राेगी को सिर में दर्द होने लगा, तो किसी काे बुखार हो गया.
केस :- एक : पीरपैंती से आयी अनिता देवी की पुत्रवधु किरण देवी के पैर में सूजन आ गयी थी. अनिता ने बताया कि किरण तीन माह की गर्भवती भी है, जिसमें कई प्रकार का कष्ट हो रहा है.
सुबह आठ बजे मायागंज अस्पताल पहुंचे थे. चिट्ठा कटाने में एक घंटा लग गया. इसके बाद एक डॉक्टर दूसरे डॉक्टर के पास भेजते हुए तीन जगह भेजा गया. अंत में डॉ मृत्युंजय कुमार ने देखा और कुछ जरूरी सलाह दी. अलग-अलग डॉक्टर के पास जाने और पंक्ति में खड़े रहते चार घंटे लग गये, तब कहीं जाकर इलाज हुआ.
केस:- दो : छोटी परबत्ता से कमजोरी व बुखार दिखाने के लिए संतोष आये थे. दो घंटा लाइन में खड़े रहने के बाद भी चिकित्सक को दिखाने में नाकाम थे. संतोष ने बताया कि बुखार में खड़ा रहते-रहते सिर में दर्द हो गया.
केस : तीन : सरमसपुर से आये अजय मंडल ने बताया कि पैर में सूजन है. डेढ़ घंटा लाइन में खड़ा रहने से और पैर सूज गया. डॉक्टर कम रहने के कारण धीरे-धीरे रोगी का इलाज किया गया. इससे लोगों को अपना नंबर आने का घंटों इतजार करना पड़ा.
केस : चार : अमरपुर भरको से सुनील कुमार खांसी दिखाने के लिए आये थे. दो घंटा तक खड़ा रहने से अन्य परेशानी बढ़ गयी. डॉक्टर को दिखाने के बाद एक घंटा थोड़ा आराम मिलने तक कुरसी पर बैठ कर अस्पताल में ही रहना पड़ा.
चिकित्सकों की कमी नहीं है. गरमी में अचानक मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. हर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. थोड़ा इंतजार करना पड़ता है, लेकिन इलाज जरूर हो जाता है.
डॉ आरसी मंडल, अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें