नवगछिया : गंगा में कूदने वाली युवती ने बताया कि सुबह गांव के किसी व्यक्ति द्वारा शिकायत करने पर उसकी मां ने उसे झाड़ू से पीटा था. इससे वह आहत हो गयी. उसे लगा कि जीना बेकार है. फिर वह घर से पैदल ही विक्रमशिला सेतु की ओर निकल पड़ी. 20 नंबर पाया के पास से उसने नदी में छलांग लगा दी.
जब वह डूबने लगी तो उसे लगा कि उसने गलत फैसला लिया है. वह जीना चाहती है. तभी नाविकों ने उसे सहारा दिया और नाव पर चढ़ाया. युवती ने कहा कि अब उसका इरादा आत्महत्या करने का नहीं है. वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिल कर रहेगी. .
साथियों के साथ गंगा में बचाने निकल पड़ा सिकंदर
महादेवपुर मौजा के दियारा में रह कर खेती करने वाले राघोपुर निवासी सुरेश मंडल ने बताया कि वह सब्जी बेच कर हाइलेवल जाह्नवी चौक से आया ही था कि लड़की के गंगा में कूदने की आवाज सुनी. पुल पर मौजूद लोगों ने भी हल्ला किया. उसने अपने पुत्र सिकंदर मंडल को इसकी जानकारी दी.
सिकंदर ने अपने साथ दिलीप और एक अन्य लड़के को नाव पर लिया और लड़की को बचाने निकल पड़ा. करीब एक किलोमीटर नाव खेने के बाद वे लोग नदी में बचने के लिए हाथ पैर मार रही युवती के पास पहुंचे और उसे नाव पर चढ़ाया. फिर उसे दियारा स्थिति बासा पर ले गये. वहां महिलाओं ने उसका घरेलू प्राथमिक उपचार किया, जिससे वह ठीक हो गयी.