भागलपुर: बिजली व्यवस्था निजी हाथों में जाने के बाद से एसपीएमएल के स्टाफ विद्युत कार्यालय तो आने लगे हैं, लेकिन अबतक पूरी तरह से विद्युत कार्यालय अपने हाथों में नहीं ले सका है और न ही पूरी तरह से कामकाज संभाल सके हैं. इससे उपभोक्ताओं के लंबित हो या नयी समस्या का समाधान कराने के बजाय एक-दूसरे पर जिम्मेवारी डाल रहे हैं. इससे उपभोक्ताओं को पूरी सेवा नहीं मिल रही है.
गुरुवार को भी उपभोक्ताओं के पहुंचने का सिलसिला जारी था, लेकिन उन्हें पूरी सेवाएं नहीं मिल सकी है. इलेक्ट्रिक सप्लाइ एरिया, भागलपुर और एसपीएमएल की बीइडीसीपीएल के बीच आपसी समन्वय नहीं बन सका है. दोनों कंपनी के स्टाफ विद्युत कार्यालय आ रहे हैं. इसमें से निजी कंपनी की ओर से करीब चार-चार स्टाफ को कार्यालय ड्यूटी पर लगाया है. उपभोक्ताओं में इस बात को लेकर उलझन है कि आखिर किस कंपनी के अधिकारी से कहा जाये, जो उनकी बिजली से संबंधित शिकायत सुन कर वे अधिकारी समाधान कर सके. दोनों कंपनी को अगले तीन माह तक संयुक्त रूप से उपभोक्ताओं को पूरी तरह से सेवा देने के लिए काम करना है.
आज से कैश काउंटर में बैठेंगे एसपीएमएल के स्टाफ : शुक्रवार से कैश काउंटर पर एसपीएमएल के स्टाफ भी बैठा करेंगे. अधिकारियों ने बताया कि एसपीएमएल की ओर से लिस्ट जारी किया गया है कि किस काउंटर पर कौन-कौन से स्टाफ रहेंगे. उन्होंने बताया कि लिस्ट के नामों को विद्युत सब डिवीजन कार्यालय को भेज दिया गया है.
एसपीएमएल के स्टाफ को सहयोग करने का निर्देश : विद्युत अंचल कार्यालय में गुरुवार को बेसा के इंजीनियरों की बैठक हुई. इसमें सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ने एइइ व जेइइ को निर्देश दिया कि अगले तीन माह तक एसपीएमएल के स्टाफ का सहयोग करें, ताकि वे काम भी सीख जाये और उपभोक्ताओं को सेवाएं मिलती रहे.