भागलपुर: ऊपरी तौर पर शहर की बिजली व्यवस्था भले ही निजी कंपनी एसपीएमएल के हाथों में चली गयी है, लेकिन अभी भी विद्युत कंपनी के कार्यालय का हैंडओवर नहीं हो पाया है. बुधवार को सरकारी घोषणा के बाद एसपीएमएल के कर्मचारी विद्युत कंपनी के कार्यालय तो पहुंचे, लेकिन उन्हें कैश काउंटर नहीं सौंपा गया. विद्युत कंपनी के कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद सिंह ने बताया कि अभी तक इस दिशा में एमडी का कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है. इसलिए कार्यालय को एसपीएमएल के हवाले नहीं किया जा सकता है.
कार्यपालक अभियंता ने बताया कि यदि कार्यालय के साथ-साथ कैश काउंटर एसपीएमएल के हवाले करने के लिए अलग से निर्देश दिया जायेगा. फिलहाल उनके कर्मचारी कार्यालय में बैठ कर कामकाज सीख सकते हैं. इसको लेकर बुधवार को मोजाहिदपुर सब डिवीजन में एसपीएमएल के सीइओ व विद्युत कंपनी के पदाधिकारियों के बीच बैठक भी हुई. बैठक में काम-काज किस प्रकार शुरू किया जाये, इस पर चर्चा की गयी. विद्युत कंपनी के पदाधिकारियों ने कहा कि फिलहाल एसपीएमएल के कर्मचारी कार्यालय में बैठक कामकाज सीखें और प्रशिक्षण प्राप्त करें. फिर धीरे-धीरे ही कार्यालय उनके हवाले किया जा सकता है.
दूसरी ओर, फ्रेंचाइजी लेने के पहले ही दिन शहर के तीनों उपकेंद्र बारी-बारी से ब्रेक डाउन पर चले गये. सुबह छह से साढ़े आठ बजे तक मायागंज 33 केवीए विद्युत उपकेंद्र ब्रेक डाउन पर रहा. तिलकामांझी क्षेत्र, डीएम आवास का क्षेत्र आदि सहित बड़े हिस्से में विद्युत आपूर्ति बाधित रही. विद्युत कंपनी के कार्यपालक अभियंता का कहना है कि ब्रेक डाउन के दौरान एसपीएमएल का एक भी कर्मचारी इसे ठीक करने नहीं आया. इसके अलावा पूर्वाह्न् 10 से 12 बजे तक घंटा घर विद्युत उपकेंद्र व करीब तीन घंटा तक बरारी उप केंद्र भी ब्रेक डाउन पर रहा.