भागलपुर : अगर आप अपने मरीज के लिए दवा लेने के लिए मेडिकल स्टोर्स पर जा रहे हैं, तो आप जरा सतर्क हो जाइये. आपकी थोड़ी सी लापरवाही पर आपके प्रिय की जान जा सकती है. आजकल दवा बाजार में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में एक्सपायर दवा को बेच दे रहे हैं. ड्रग विभाग द्वारा बीते 14 माह में की गयी छापेमारी में देखने को मिला है कि ज्यादातर दुकानों पर एक्सपायर्ड दवा रखी हुई थी.
दिसंबर 2015 में तातारपुर में एक मेडिकल स्टोर में छापामारी हुई थी. यहां से ड्रग विभाग ने एक्सपायर दवा को बरामद कर उसे सीज कर दिया था. हालांकि बरामदगी पर दवा दुकानदार का तर्क था कि वह बरामद दवाओं को बेचने के लिए नहीं, बल्कि कंपनी को लौटाने के लिए रखे थे.
क्या है नियम : इस बाबत ड्रग इंस्पेक्टर शशिरंजन का कहना है कि छापेमारी में एक्सपायर दवा तो बरामद हुई, लेकिन सिर्फ बरामद होने से उस दवा को बेचे जाने की पुष्टि नहीं होती है. क्योंकि वे दवाएं दुकान के काउंटर से नहीं, बल्कि अंदर से बरामद हुई थी. चूंकि उन्होंने एक्सपायर दवा रखने के नियमों का पालन नहीं किया था, इसलिए उन्हें सीज कर दिया गया था. नियमानुसार, एक्सपायर्ड दवाओं काे दुकान से अलग किसी गत्ते में रखकर उस पर नोट फॉर सेल लिखकर रखना चाहिए. इस नियम का अनुपालन दुकानदार नहीं करते हैं. इससे उनकी नीयत पर सवाल खड़ा होता है.