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बाइपास: एक के बाद एक कॉलोनियां बस रहीं, बनने लगे अपार्टमेंट और घर, बसने लगा एक नया भागलपुर
भागलपुर: बाइपास निर्माण शुरू होने के साथ ही वहां आसपास इलाके में एक नया भागलपुर बसने लगा है. बाइपास के किनारे आधा दर्जन से अधिक कॉलनियां बस गयी हैं. भागलपुर-गोराडीह मार्ग पर स्थित कोढ़ा से लेकर अलीगंज के बाहरी इलाके स्टेट हाइवे तक कई जगहों पर प्लाटिंग हुई है. कई अपार्टमेंट बन रहे हैं. वर्तमान […]
भागलपुर: बाइपास निर्माण शुरू होने के साथ ही वहां आसपास इलाके में एक नया भागलपुर बसने लगा है. बाइपास के किनारे आधा दर्जन से अधिक कॉलनियां बस गयी हैं. भागलपुर-गोराडीह मार्ग पर स्थित कोढ़ा से लेकर अलीगंज के बाहरी इलाके स्टेट हाइवे तक कई जगहों पर प्लाटिंग हुई है. कई अपार्टमेंट बन रहे हैं. वर्तमान में बाइपास में मिट्टी भरायी का काम जारी है. लगभग 16.73 किमी लंबी बाइपास के अलाइनमेंट पर टुकड़ों में कार्य जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है. बाइपास के निर्माण पर करीब 230.70 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. 200 फीट चौड़ी अधिग्रहित जमीन पर सात मीटर चौड़ी टू-लेन सड़क बनेगी. तकरीबन 14.2 मीटर चौड़ी जमीन पर मिट्टी भरी जा रही है.
बाइपास से जुड़ने लगी गांवों की सड़कें : निर्माण कार्य शुरू होने से गांवों की सड़कें अब बाइपास से जुड़ने लगी हैं. बंशीटीकर और जिच्छो सहित आसपास के ऐसे कई गांव हैं, जो बाइपास से जुड़ चुके हैं. वैसे गांव जिसके रास्ते किसी अन्य रोड से जुड़े हैं, उसके ग्रामीण बाइपास के रास्ते से गांव को जोड़ने की प्लानिंग बनाने लगे हैं, ताकि गांव मुख्यधारा में आ सके.
12 लाख रुपये प्रति कट्ठा जमीन : बाइपास के निर्माण शुरू होने के साथ जमीन का भाव भी आसमान छूने लगा है. पहले जहां पांच से 50 हजार रुपये प्रति कट्ठा दर था, वह बढ़ कर 12 लाख रुपये प्रति कट्ठा पहुंच गया है. बंशीटीकर के पास बाइपास के ठीक किनारे घर बनवा रहे हेमंत कुमार ने बताया कि जमीन का दर 12 लाख रुपये प्रति कट्ठा हो गया है. दीपक सिंह ने बताया कि पांच लाख से 12 लाख रुपये प्रति कट्ठा जमीन का भाव हो गया है. बाइपास से थोड़ा दूर पांच लाख प्रति कट्ठा जमीन बिक रही है.
जल्द बनेगा फुट ओवरब्रिज : बाइपास की शुरूआत जीरोमाइल में फुट ओवरब्रिज (एफओबी) से होगी, जो ठीक जीरोमाइल चौक पर बनेगी. यह एफओबी विक्रमशिला पुल से गोपालपुर की तरफ बनेगी, जो 74 मीटर लंबी और 12 मीटर चौड़ी होगी, जिसमें 5 मीटर फुटपाथ और 7 मीटर सड़क रहेगी. इसकी लागत लगभग 40 करोड़ आयेगी.
बाइपास बनने के बाद इसके इर्द-गिर्द रिहायशी से लेकर व्यवसायिक गतिविधि बढ़नी तय है. शहर को फैलने का मौका मिलेगा. इसके साथ ही मूलभूत सुविधाओं को भी विकसित करने की जरूरत है. बाइपास बनने से जमीन की कीमत 25 फीसदी तक हाल के दिनों में बढ़ गयी.
आलोक अग्रवाल, संयोजक, बिल्डर्स एसोसिएशन
इन गांवों से होकर गुजरेगी बाइपास सड़क
बाइपास का निर्माण जीरोमाइल से शुरू हुआ और अगले दो साल में गोपालपुर गांव सहित धनकर, जिच्छो, कोढ़ा, चौधरीडीह, अलीगंज का बाहरी इलाका, दाउदवाट, भतौडिया, बिहारीपुर आदि गांव होते हुए यह दोगच्छी में जाकर एनएच 80 से मिलेगी. केवल सड़क ही नहीं, बल्कि पुल, ओवर ब्रिज, पुलिया का भी निर्माण होगा.
बड़े पैमाने पर हो रही जमीन की खरीद-बिक्री, बाइपास के किनारे जमीन की बिक्री बड़े पैमाने पर हो रही है. रियल स्टेट एजेंट यहां सक्रिय दिखते हैं. कहा जा रहा है कि ऐसे लोग भी जमीन खरीदने पहुंच रहे हैं, जिन्हें ब्लैक मनी ह्वाइट करनी है.
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