भागलपुर : राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से जिले समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में राष्ट्रीय कृमि दिवस पर बुधवार को बच्चों को दवा देने से स्वास्थ्य बिगड़ने की शिकायत आयी. जिले के सुलतानगंज व नवगछिया में सात-आठ बच्चों को उल्टी आने की शिकायत आयी. इस बारे में सीएस डॉ विजय कुमार ने बताया कि कीड़ा मरने पर उल्टी-बुखार होना सामान्य है. शहर के वरीय चिकित्सकों से इस बारे में बात की गयी.
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अलबेंडाजोल के सेवन पर उल्टी-दस्त सामान्य बात
भागलपुर : राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से जिले समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में राष्ट्रीय कृमि दिवस पर बुधवार को बच्चों को दवा देने से स्वास्थ्य बिगड़ने की शिकायत आयी. जिले के सुलतानगंज व नवगछिया में सात-आठ बच्चों को उल्टी आने की शिकायत आयी. इस बारे में सीएस डॉ विजय कुमार ने बताया कि […]
सीएस डाॅ कुमार ने कहा कि जिले में सात-आठ बच्चों की शिकायत आयी है. जिले के हरेक क्षेत्र का फीडबैक लिया गया. सभी जगह ठीक है. 15 फरवरी को छूटे बच्चों को दवा खिलायी जायेगी. डाॅ डीपी सिंह ने कहा कि अलबेंडाजोल सामान्य तौर पर बच्चों को खिलाया जाता है. साइड इफैक्ट कुछ बच्चों को होता है लेकिन यह जानलेवा नहीं है.
खतरे की कोई बात नहीं है. लेकिन इतनी संख्या में बच्चों को बीमार नहीं होना चाहिए. वरीय चिकित्सक डॉ हेमशंकर शर्मा ने कहा कि अलबंडाजोल में उल्टी-दस्त होना सामान्य प्रक्रिया है. कुछ बच्चों में उल्टियाें की आदत होती है. इसके लिए घबराने की बात नहीं है. अलबंडाजोल एक अच्छी दवा है.
वरीय चिकित्सक डॉ संदीप लाल ने कहा कि अलमंडाजोल दवा का सेवन करने के बाद जो शिकायतें आ रही है, वो सामान्य बात है. 25 से 30 प्रतिशत बच्चों को दस्त और उल्टी की संभावना रहती ही है. डॉ सुबोध नारायण सिंह ने कहा कि कृमि मरने की दवा अलबंडाजोल का सेवन करने से उल्टी होना कोई बड़ी बात नहीं है.
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