भागलपुर/शाहकुंड : उप विकास आयुक्त अमित कुमार ने शाहकुंड प्रखंड कार्यालय के प्रधान लिपिक राजकुमार लाल कर्ण का वेतन रोकने का आदेश दिया है. प्रधान लिपिक ने अपने कार्यालय के कर्मियों की सेवा पुस्तिका लंबे समय से दुरुस्त कर नहीं रखा था. साथ ही सेवाओं का सत्यापन भी उन्होंने नहीं किया था.
इसी तरह नाजिर ने भी सहायक रोकड़ पंजी सही तरह से नहीं बनाया था, जिससे भी डीडीसी ने स्पष्टीकरण पूछा है. डीडीसी ने अपने प्रखंड के दौरे के दौरान कस्तूरबा विद्यालय भी गये, जहां वर्ष 2012 में ही कंबल मिलने के मामले से भौचक्के रह गये. इस बारे में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (सर्व शिक्षा) से कंबल आवंटन के बारे में ब्योरा मांगने का निर्देश दिया. शाहकुंड प्रखंड के विभिन्न कार्यालय का उन्होंने औचक निरीक्षण किया.
मनरेगा कार्यक्रम के तहत बांध खुदाई के काम की भी जांच डीडीसी ने मौके पर जाकर की. मनरेगा कार्यालय में एमआइएस रिपोर्ट और रजिस्टर आदि की जांच की, इसमें योजना की पंजी मौके पर नहीं दिखायी जा सकी. डीडीसी ने बीडीओ अमरेश कुमार को लंबित मामले एवं प्रखंड के कार्य को बेहतर ढंग से संचालित करने का निर्देश दिया. मौके पर सीओ इंद्राणी कुमारी पीओ राजकुमार आदि मौजूद थे.