भागलपुर : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट नमामि गंगे के तहत अब गंगा नदी समेत अन्य नदियों के साैंदर्यीकरण का काम शुरू होने वाला है. एक ओर गंगा घाटों के साैंदर्यीकरण के लिए आरबी एसोसिएट कंपनी सर्वे को अंजाम दे रही है, वहीं वन विभाग भी गंगा तट और कोसी तट को हरा-भरा करने की तैयारी शुरू कर दिया है.
जिला वन पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि भागलपुर जिले के गंगा तट और कोसी तट पर नमामि गंगे परियोजना के तहत बड़े पैमाने पर पौधरोपण कार्यक्रम शुरू किया जायेगा. यह कार्यक्रम जुलाई से शुरू होगा. उन्होंने कहा कि दो महीने पहले इस प्रोजेक्ट का डीपीआर बनाकर भेजा गया था.
कई दौर की चर्चा के बाद अब डीपीआर पर सहमति बन गयी है. देहरादून की टीम ने भागलपुर प्रक्षेत्र की जांच करके लौट गयी है. अब सिर्फ डीपीआर पर देहरादून वन संस्थान के निदेशक का मुहर लगनी बाकी है.
गंगा तट के दोनों साइड पांच और कोसी तट के दाेनों साइड दो किलोमीटर तक होगी हरियाली
जिला वन पदाधिकारी ने बताया कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत गंगा नदी, जो सुलतानगंज से कहलगांव तक का क्षेत्र है. इस क्षेत्र में गंगा नदी के दोनों तटों के पांच-पांच किलोमीटर तक घने पेड़ लगाये जाने हैं. जिले के कोसी नदी के भाग में भी दोनों साइड के तटों के दो-दो किलोमीटर तक पेड़ लगाये जायेंगे. सुलतानगंज से कहलगांव तक नदी के तट के अलावा कृषि भूमि, सरकारी भूमि, सड़क किनारे, केनाल व नाला आदि के किनारे-किनारे यानी जहां भी जगह खाली मिलेगी लगाया जायेगा.
नवगछिया के कदवा इलाके में कोसी नदी के तट पर इसी तरह पेड़ लगाने की योजना है. इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विदेशी पक्षी व अन्य प्रकार की चिड़ियां आती हैं.
जय प्रकाश उद्यान का भी होगा सौंदर्यीकरण : जिला वन पदाधिकारी ने बताया कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत शहर के बीचो-बीच स्थित जय प्रकाश उद्यान, जो शहरवासियों के दिल की धड़कन बन चुका है, इस पार्क को भी विकसित किया जायेगा. इसके लिए अलग से डीपीआर बना कर भेजा गया है. जय प्रकाश उद्यान को राष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए पेड़ लगाने के साथ-साथ पार्क के सौंदर्यीकरण का भी काम किया जायेगा.