भागलपुर: जिला के विभिन्न प्रखंडों के अस्पतालों में लाखों रुपये के मेडिकल उपकरण बेकार पड़े हुए हैं. इन मशीनों की खरीद सिविल सजर्न के माध्यम से करीब पांच वर्ष पूर्व की गयी थी. इनमें कई मशीनों को शुरुआती दौर में चालू भी किया गया पर बाद में वह भी बंद हो गयी. हैरानी की बात तो यह है कि कई ऐसे मशीन भी हैं जिसे खरीदने के बाद आज तक चालू ही नहीं किया गया है.
सदर अस्पताल में हड्डी के ऑपरेशन के लिए सीआर्म मशीन की खरीद होने के बाद इसे आज तक चालू नहीं किया गया है. इसके अलावा अल्ट्रासाउंड, एक्सरे मशीन भी है पर यह मशीन अभी कारगर नहीं है. समय-समय पर वरीय अधिकारियों द्वारा उपकरणों की वर्तमान स्थिति पर रिपोर्ट भी मांगी जाती रही है. जिसमें कई अस्पतालों में मशीन बंद व चालू नहीं होने की रिपोर्ट पर राज्य मुख्यालय इसकी कॉपी भी भेजी जा चुकी है. पर इसमें सुधार नहीं हो रहा है.
सप्लायर के हित में खरीद !
जानकारों के मुताबिक उपकरणों की खरीद में सप्लायर के हित को देखा गया. ऐसे में इन मशीनों को दोबारा चालू कराने में भी लाखों रुपये खर्च होंगे. सदर अस्पताल में सीआर्म मशीन जब से आयी है तब से स्टोर में ही पड़ी है. इस मशीन से टूटी हड्डियों को कंप्यूटर स्क्रीन पर देख कर जोड़ने का काम किया जाता है. कई अस्पतालों में इसीजी मशीन है पर वहां के अधिकारियों को जानकारी भी नहीं है. और जहां जानकारी है वहां इसकी जांच करने वाले विशेषज्ञ मौजूद नहीं हैं.