भागलपुर/शाहकुंड: छोटी-सी उम्र, पर फैसला इतना बड़ा कि अच्छे-अच्छों का दिल कांप उठे. महज 16 साल की उम्र में छात्र माला ने अपने आप को खत्म कर माता-पिता की जान बचायी.
उसने अपनी समझ से खुद को जला डालने का फैसला लिया. यह विशद व्याख्या का विषय है कि माला का फैसला कितना सही था और कितना गलत. मैट्रिक परीक्षा में प्रथम स्थान की चाहत रखने वाली माला बहनों में सबसे छोटी थी. अलबत्ता उसे घरवाले खूब दुलार देते थे. लेकिन कौन जनता था कि माला खुद को खत्म कर अपने दुलार का बदला चुकायेगी. माला को ब्लैक मेल करने वाले मुख्य आरोपित गुड्डू शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दूसरा आरोपी मौला खान अब तक फरार है.
गुड्डू के परिजन गांव के दबंग हैं और माला के माता-पिता असहाय. माला के परिजनों को केस उठाने की धमकी भी मिल रही है. दबंगों ने कहा कि अगर उनकी बात नहीं मानी तो अंजाम भुगतना होगा. हालांकि सोमवार को एसएसपी राजेश कुमार, एएसपी हरिकिशोर राय समेत पूरा प्रशासनिक अमला माला के घर पहुंचा. एसएसपी ने माला के पिता बम-बम साह को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. दो घंटे तक माला के घर रुके. परिजन व गांव वालों से बात की. सभी ने एक ही स्वर में माला के साथ गलत करने वाले दोनों आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.