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नहीं संभले तो राहत की सवारी ला सकती है आफत

नहीं संभले तो राहत की सवारी ला सकती है आफतफ्लैग: सड़क पर दौड़ रहे निजी स्कूली कैब में सीट से दोगुने बैठ रहे छात्रधंधे के शोर में संख्या पर नहीं दिया जा रहा ध्यान समय पर स्कूल पहुंचाने के चक्कर में निजी स्कूली कैब की रफ्तार भी बेलगाम वरीय संवाददाता, भागलपुर दूर स्कूल में पढ़नेवाले […]

नहीं संभले तो राहत की सवारी ला सकती है आफतफ्लैग: सड़क पर दौड़ रहे निजी स्कूली कैब में सीट से दोगुने बैठ रहे छात्रधंधे के शोर में संख्या पर नहीं दिया जा रहा ध्यान समय पर स्कूल पहुंचाने के चक्कर में निजी स्कूली कैब की रफ्तार भी बेलगाम वरीय संवाददाता, भागलपुर दूर स्कूल में पढ़नेवाले बच्चों के अभिभावक स्कूली बस में जगह नहीं मिलने पर निजी स्कूली कैब का सहारा लेते हैं. मगर उन्हें यह नहीं पता कि धंधे के शोर में यह निजी कैब बच्चों की संख्या को नजरअंदाज कर रहे हैं. निजी कैब चालक निर्धारित सीट से दोगुने छात्रों को ढोते हैं, जिससे कैब के अंदर का नजारा सवारी गाड़ी के खचाखच भरे डिब्बे की तरह रहता है. इसमें छात्रों की पढ़ाई की जंग स्कूल जाने से पहले ही शुरू हो जाती है. इस कदर खचाखच भरे जा रहे निजी स्कूली कैब को लेकर नजरअंदाज भारी पड़ सकता है. महंगाई के चक्कर में कम पैसे लगने की सोच राहत नहीं, आफत वाली सफर की इजाजत दी जा रही है. फैक्ट फाइलचार करोड़ से भी अधिक का है वाहनों से किराये का सलाना कारोबार दो करोड़ से अधिक हुआ निजी स्कूली कैब का सलाना कारोबार निजी स्कूली कैब वाले टेंपो में 15 और मारूति वैन में 30 से अधिक ढ़ाेये जा रहे छात्रतीन वर्ष पूर्व स्कूली छात्रों से भरी एक मारूति वैन में गैस सिलेंडर विस्फोट से हो चुका हादसा यह है छात्रों को ढ़ाेनेवाले वाहन के लिए जरूरी खिड़की में विंडो ग्रिलस्पीड गवर्नर किराये के वाहन में आगे और पीछे ऑन स्कूल ड्यूटी का उल्लेख निजी स्कूली कैब का रंग पीला निजी स्कूली कैब के चालक के तरफ नाम व मोबाइल नंबर का उल्लेख निजी स्कूली कैब के पीछे इमरजेंसी नंबर का उल्लेख निजी स्कूली कैब चालक का पांच वर्ष से अधिक का अनुभव गैस सिलेंडर युक्त वाहन में 5-5 किलो के अग्निशमन यंत्र आनेवाली ठंड में सड़क पर बढ़ जायेगा कुहासा निजी स्कूली कैब की बेलगाम रफ्तार आनेवाली ठंड में सड़क पर बढ़नेवाले कुहासे को देखते हुए खतरनाक साबित हो सकती है. स्पीड गर्वनर जैसे अहम यंत्र निजी स्कूली कैब में नहीं रहने से अनाप-शनाप वाहन की रफ्तार पर लगाम भी नहीं लग सकता है. इस कारण कुहासे में सड़क पर दृश्यता की कमी जैसी स्थिति में रफ्तार बड़े हादसे का न्योता दे सकती है. यह करें पुलिस- प्रशासन – निजी स्कूली कैब की फिटनेस जांच के लिए अभियान चलाये. – निजी स्कूली कैब के चालक के ड्राइविंग लाइसेंस की जांच हो. – निजी स्कूली कैब में निर्धारित सीट तक बिठाने पर ध्यान दिया जाये. – कुहासा शुरू होने से पहले सभी निजी स्कूली कैब में फॉग लाइट लगायी जाये.

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