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नहाय-खाय के साथ महापर्व आज से
छठ : खरना कल व अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य 17 को भागलपुर : लोक आस्था का महापर्व छठ रविवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जायेगा. इसे लेकर शनिवार से ही गंगा स्नान करनेवालों की भीड़ विभिन्न तटों पर लगनी शुरू हो गयी. नहाय-खाय के दिन अरवा चावल के साथ कद्दू खाने का महत्व है. […]
छठ : खरना कल व अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य 17 को
भागलपुर : लोक आस्था का महापर्व छठ रविवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जायेगा. इसे लेकर शनिवार से ही गंगा स्नान करनेवालों की भीड़ विभिन्न तटों पर लगनी शुरू हो गयी. नहाय-खाय के दिन अरवा चावल के साथ कद्दू खाने का महत्व है. इसलिए शहर की सभी सब्जी मंडी में 20 से 30 रुपये पीस तक कद्दू बिके, जो कि सामान्य दिनों में 10-15 रुपये पीस बिकते हैं.
जगह-जगह सजे थे कद्दू के स्टॉल
शहर के विभिन्न स्थानों व सब्जी मंडी में खास कद्दू के स्टॉल सजाये गये थे. सब्जी कारोबारी मुन्ना ने बताया छठ पर्व को देखते हुए सब्जी किसान अधिक से अधिक मात्रा में कद्दू उपजाते हैं ताकि अधिक मुनाफा कमाया जा सके. इस बार कद्दू का भाव पिछले वर्ष से सस्ता रहा. छठ व्रत में कद्दू भात का महत्व होता है. रविवार को गंगा स्नान करने के बाद व्रती कद्दू-भात ग्रहण करेगी.
सोमवार को खरना के लिए दिन भर व्रती उपवास रखेगी और शाम को खीर-पूड़ी व फल का भोग भगवान सूर्य को लगायेगी. इसके बाद व्रती भोजन ग्रहण करेगी और प्रसाद का वितरण करेगी. मंगलवार को भगवान सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य अर्पित किया जायेगा. इस दिन व्रती दिन भर उपवास रखती हैं और शाम को पानी में खड़े होकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगी. फिर दूसरे दिन बुधवार को उजाला होने से पहले ही व्रती व श्रद्धालु गंगा तट, पोखर-तालाब के पास पहुंच जायेंगे और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे. इसके बाद छठ पर्व का समापन हो जायेगा.
लगता रहा जाम
गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण विक्रमशिला पुल समेत शहर के विभिन्न स्थानों लोहिया पुल, पटल बाबू रोड, भीखनपुर व कचहरी चौक पर दिन भर जाम लगता रहा. इसमें कई ऑटो वाले भी दोषी थे, जिन्होंने विक्रमशिला के फुटपाथ पर ऑटो को चढ़ा कर लगा दिये थे, जिससे पुल और पुल के बाहर मुख्य मार्ग पर पैदल चलने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. जाम जीरोमाइल तक लगा था.
भागलपुर : छठ महापर्व को लेकर गंगा स्नान करने के लिए शनिवार को शहर के विभिन्न गंगा तट बूढ़ानाथ, एसएम कॉलेज सीढ़ी घाट, खिरनी घाट, बरारी सीढ़ी घाट, पुल घाट आदि पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. पिछले वर्ष से इस बार गंगा स्नान करने वाले की संख्या अधिक थी. इसका कारण है नहाय खाय के एक दिन पहले काली विसर्जन मेला लगा है. भागलपुर के काली विसर्जन मेला का महत्व दूर-दूर तक है.
इसलिए लोगों ने गंगा स्नान करने के साथ काली विसर्जन मेला भी देखा. गंगा स्नान करने के लिए खासकर पुल घाट, बरारी सीढ़ी घाट, एसएम कॉलेज सीढ़ी घाट पर अन्य घाट से अधिक भीड़ उमड़ी. बरारी पुल घाट पर लोगों को पैर रखने की जगह नहीं थी. सुबह से स्नान करने वालों का जत्था विभिन्न घाट पर पहुंचना शुरू हो गया था, यही स्थिति शाम तक बनी रही. गाड़ी का गाड़ी भर कर श्रद्धालु आते ही जा रहे थे.
इन स्थानों के श्रद्धालु पहुंचे : सबौर, गोराडीह, जगदीशपुर, रजौन, बाराहाट, बांका, गोड्डा, दुमका, कटोरिया के अलावा कोसी इलाके के लोग भी गंगा स्नान करने के लिए लोग पहुंचे थे. विभिन्न गंगा तट के समीप दुकानवालों की खूब दुकानदारी हुई. साथ ही नहाय खाय को देखते हुए सब्जी दुकानदारों ने कद्दू की दुकानें सजायी थी.
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