भागलपुर: ग्रामीण स्वच्छता जागरूकता के तहत 15 नवंबर से स्वच्छता पखवाड़ा शुरू हो रहा है. इसमें खुले में शौच मुक्त बिहार का नारा घर-घर गूंजेगा. प्रखंड स्तर पर पखवाड़ा के दौरान पंचायत स्तर पर गोष्ठी, प्रभात फेरी, स्कूलों में वाद-विवाद, पेंटिंग, लेखन आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा.
गुरुवार को उप विकास आयुक्त अमित कुमार ने खुले में शौच मुक्त बिहार के लिए जिला से लेकर पंचायत स्तर तक अभियान की कार्ययोजना पर विचार किया. इसमें शिक्षा विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग व स्वच्छता प्रहरी शामिल हुए थे. शिक्षा विभाग स्वच्छता पखवाड़ा के तहत चलाये जाने वाले अभियान की रूपरेखा तैयार कर अपनी रिपोर्ट देंगे.
उन्होंने बताया कि स्वच्छता प्रहरियों के सहयोग से दिसंबर तक तीन पंचायत गोसाईंदासपुर, तिलकपुर व खानकिता को खुले में शौच मुक्त करने का लक्ष्य है. यह लक्ष्य नवंबर माह के अंतिम सप्ताह या दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक पूरा कर लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि भागलपुर में अभी तक एक भी पंचायत को निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए चयन नहीं हो सका है. तीन पंचायतों के दिसंबर तक इस श्रेणी में लाने के बाद इस दिशा में कार्ययोजना बनायी जायेगी. इसमें तीनों पंचायत में किये गये काम को मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जायेगा.
अमित कुमार ने बताया कि खुले में शौच मुक्त बिहार बनाने की दिशा में कई कार्यक्रम चला रहे हैं. यह लक्ष्य वर्ष 2019 तक पूरा कर लेना है. 15 नवंबर से शुरू होने वाले पखवाड़ा में प्रखंड व पंचायत स्तर पर गोष्ठी, प्रभात फेरी, स्कूलों में वाद-विवाद, पेंटिंग, लेखन आदि प्रतियोगिता का आयोजन होगा. विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में सभी प्रखंडों में सामूहिक साफ-सफाई का आयोजन होगा. इसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी से पंचायतों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी फूल बाबू चौधरी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता, यूनीसेफ से प्रशिक्षित सभी स्वच्छता प्रहरी उपस्थित थे.