किसानों को सुरक्षा दे प्रशासन, नहीं तो हो सकता है खूनी संघर्षशहजादपुर में रन्नुचक और गांधी निकुंज के किसानों के साथ मारपीट का मामला पीड़ित किसानों ने पुलिस प्रशासन से की सुरक्षा देने की मांग फोटो – विद्यासागर प्रतिनिधि, नाथनगरनारायणपुर प्रखंड के शहजादपुर मौजा में शनिवार की शाम रन्नुचक व गांधीनिकुंज गांव के किसानों से कारेलाल मंडल द्वारा रंगदारी मांगने और मारपीट करने की घटना के बाद क्षेत्र में तनाव गहराने लगा है. अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं निकला तो खूनी संघर्ष की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. दोनों गांवों के किसानों का कहना है कि दो दिन के अंदर प्रशासन किसानों को खेती करने के लिए सुरक्षा प्रदान करे, नहीं तो इस क्षेत्र के किसान रोटी के लिए हथियार उठाने को मजबूर हो जायेंगे. वहीं शहजादपुर पंचायत के अमरीविशनपुर गांव के ग्रामीणों का कहना है कि घटना में सिर्फ बैकठपुर दुधैला के अपराधी कारेलाल मंडल गिरोह का हाथ है. हमलोग भी उसके आतंक से परेशान हैं. हमलोगों ने इस क्षेत्र में पुलिस कैंप की मांग की है. इधर पुलिस ने मारपीट को लेकर शनिवार की रात चार लोगों शंकर, कारेलाल, राजीव और सुशील को पूछताछ के लिए पकड़ा है. मामले के आरोपित को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. पांच लाख दोगे, तभी आना खेत जोतनेरन्नुचक गांव के पास स्थित गांधीनिकुंज के ग्रामीण राजेश कुमार राय, टुल्लू राय, देवनंदन राय, खंजन चौधरी, मृत्युंजय राय आदि ने बताया कि कारेलाल मंडल गिरोह के लोगों ने धमकी है कि पांच लाख रुपये रंगदारी दो, नहीं तो अभी सिर्फ पीटा ही है, अगली बार जान से हाथ धोना पड़ेगा. अपराधियों की पिटाई से घायल शंभुनाथ राय, अमोद राय, इत्रदेव राय, अशाेक राय व इंद्रदेव राय ने बताया कि हमलोग शाम को खेत के मजदूर को छोड़ने के बाद गांव वापस लौट रहे थे. तभी कारेलाल मंडल गिरोह के 10-12 लाेगों ने हथियार के बट से पीटना शुरू कर दिया. सबका पैसा, मोबाइल, घड़ी आदि सामान छीन लिया और धमकी दी कि अभी पीटा है, अगली बार जान मार देंगे. यदि अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई, तो हमलोग खेती नहीं कर पायेंगे. प्रशासन घटना पर एक्शन ले, नहीं तो इस क्षेत्र में खूुनी संघर्ष होने से कोई नहीं रोक सकता है. प्रशासन करे सुरक्षा, नहीं खुद निबट लेंगे किसान रन्नुचक के ग्रामीण महेश राय, मंजीत राय, सुकदेव राय, लक्ष्मी राय, पप्पू राय, मदन राय, शंकर राय, बासुकीनंदन आदि ने बताया कि हमलोग तीन महीन से प्रशासन से शहजादपुर मौजा में सुरक्षा देने की गुहार लगा रहे हैं. शहजादपुर मौजा में हमलोगों की दो हजार बीघा से अधिक खेतिहर जमीन है. हमारी जमीन पर अमरीविशनपुर के लाेगों ने जबरन सड़क बना ली है. इसका विरोध जुलाई माह में ही किया था, तो हमलोगों पर जानलेवा हमला किया गया था. हद तो यह हो गयी थी कि प्रशासन के लोगों को भी शाहपुर पुल के आगे बढ़ने दिया था. शनिवार की शाम कारेलाल मंडल गिरोह के लोगों ने अमरीविशनपुर गांव के लोगो के सहयोग से रन्नुचक के कुंदन राय और उसके राघोपुर निवासी टैक्टर चालक को बेहरमी से पीटा. ग्रामीण महेश राय ने बताया कि रविवार को हमलोगों ने डीएम, एसएसपी, एसडीएम व सीओ आदि पदाधिकारियों से घटना के बारे में बात की, तो कहा गया कि हमलोग इसे रोकने के लिए विचार कर रहे हैं. अब खेती में मात्र 10 दिन का ही समय बचा है. यदि दो दिन में प्रशासन यहां के किसानों को सुरक्षा नहीं देगा, तो लोग रोटी के खातिर हथियार उठाने को मजबूर हो जायेंगे. हमलोगों ने प्रशासन से बरनियां के निकट व डोमनबाबा स्थान के पास दो पुलिस कैंप की मांग की है.सड़क विवाद से कोई लेना देना नहींइधर अमरीविशनपुर के ग्रामीण जोगेंद्र मंडल, उपसरपंच विलास मंडल, सरपंच प्रकाश मंडल, राजेश मंडल, नेपाली मंडल, सुभाष मंडल, रामस्वरूप मंडल, राधेश्याम मंडल आदि ने बताया कि घटना से हमलोग भी चिंतित हैं. रन्नुचक और गांधीनिकुंज के किसानों के साथ मारपीट सड़क विवाद से कोई लेना देना नहीं है. सड़क विवाद मे आज भी दर्जनों लोग केस में फंसे हैं. हमलोगों के गांव से तीन किलोमीटर दूर डोमन बाबा स्थान है. कारका मंडल ने सिर्फ रन्नुचक व गांधीनिकुंज गांव के लोगों के साथ ही नहीं, बल्कि नुरूद्दीनपुर के मोतीलाल मंडल के पुत्र प्रेमलाल मंडल के साथ भी मारपीट की और उसका पैसा व मोबाइल आदि छीन लिया है. सुबह जब मोतीलाल करका के घर पर मोबाइल और पैसा मांगने गया तो उस पर भी पिस्तौल तान दिया और मारपीट की है. प्रेमलाल मंडल ने सरंपच को घटना का लिखित आवेदन दिया है,जिसपर कार्रवाई के लिए पुलिस को देने जा रहे हैं. जहां तक सड़क निर्माण कर लेने का सवाल है तो आज से 65 साल पहले रन्नुचक , शाहपुर, मकंदपुर व गांधीनिकुंज गांव के लोगों ने ही सड़क अपनी मशीन व अनाज की गाड़ी को आने के लिए बनाया है. हमलोगों ने तो सावन में सिर्फ इसमें कीचड़ हो जाने की वजह से मिट़टी भरवाया. इस क्षेत्र के लगभग 30 हजार लोग इस पर अाना जाना कर रहे हैं. पुलिस ने घटना के बाद चार लोगों को पकड़ लिया है. दो साल पहले सरपंच द्वारिका प्रसाद मंडल की अपराधियों ने हत्या कर दी थी, तो यहां पुलिस कैंप दिया गया था. वह कैंप अब हटा लिया गया है. इस कारण इस क्षेत्र में फिर अपराधी सक्रिय हो गये हैं. इस क्षेत्र में पुलिस कैंप की मांग करते हैं, ताकि लोग शांति से जी सकें. 1980 -84 में गजरती थी बंदूकें शाहपुर, रन्नुचक, गांधीनिकुंज, मकंदपुर, अमरीविशनपुर आदि गांव के लोगों ने बताया कि अगर इस क्षेत्र में अपराधियों पर लगाम नहीं लगायी गयी, तो 1980-84 की स्थिति बन सकती है. उस समय कैलाश मंडल, नंदा मंडल, जोगिंद्र मंडल, लाले मंडल गिरोह के साथ रन्नुचक के ग्रामीणों का संघर्ष चलता था. हर एक दो दिन पर दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी होती थी. एक बार नरसंहार में चार लोगों को मार दिया था. उसके बाद दोनों ही पक्ष के किसान खेत जोतने नहीं जाते थे. डीएसपी ने बताया घटना की जांच के सिलसिले में डीएसपी अनुभवी नाथनगर थाना पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि हर हाल में घटना वाले क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रहेगी. किसान डरें नहीं, खेत में जायें, पुलिस प्रशासन उनको पूरी सुरक्षा देगा. आरोपित अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जायेगा. पुलिस ने पूछताछ के लिए चार लोगों को पकड़ा है. पूछताछ के बाद इनको छोड़ दिया जायेगा. पुलिस क्षेत्र में गश्त और निगरानी कर रही है.
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