14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

घंटों में होता है मिनटों का काम

घंटों में होता है मिनटों का कामयहां रोजाना पहुंचते हजारों बिजली उपभोक्ता, सेवा-सुविधा बिना रहती लौटने की मजबूरी बिजली उपभोक्ताओं ने कहा, मोजाहिदपुर में बंद कर पटल बाबू रोड में बिजली दफ्तर खोलना फ्रेंचाइजी कंपनी का गलत फैसला संवाददाता, भागलपुर लगभग ढाई माह पहले जर्जर भवन और उपभोक्ताओं द्वारा तालाबंदी के बाद फ्रेंचाइजी कंपनी ने […]

घंटों में होता है मिनटों का कामयहां रोजाना पहुंचते हजारों बिजली उपभोक्ता, सेवा-सुविधा बिना रहती लौटने की मजबूरी बिजली उपभोक्ताओं ने कहा, मोजाहिदपुर में बंद कर पटल बाबू रोड में बिजली दफ्तर खोलना फ्रेंचाइजी कंपनी का गलत फैसला संवाददाता, भागलपुर लगभग ढाई माह पहले जर्जर भवन और उपभोक्ताओं द्वारा तालाबंदी के बाद फ्रेंचाइजी कंपनी ने मोजाहिदपुर बिजली आॅफिस काे बंद कर ऑफिस को पटल बाबू राेड स्थित सुपर मार्केट कांप्लेक्स में शिफ्ट कर दिया था, लेकिन यहां उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पा रही है. स्थिति यह है कि सबसे अधिक राजस्व देनेवाले मोजाहिदपुर बिजली आॅफिस से रोजाना 50 फीसदी उपभोक्ता बिना काम कराये लौट रहे हैं. गुरुवार को ऑफिस पहुंचे वारसलीगंज निवासी मुकेश, कुतुबंज के राकेश, मिरजानहाट के विजय आदि ने बताया कि मोजाहिदपुर बिजली आॅफिस को बंद कर पटल बाबू रोड में दफ्तर खोलना फ्रेंचाइजी कंपनी का निर्णय सही नहीं है. यहां उपभोक्ताओं को बैठने के लिए न तो कुरसी है, न पेयजल और टॉयलेट की व्यवस्था. तंग जगह आॅफिस रहने से यह हमेशा उपभोक्ताओं से भरा रहता है. यहां लगभग पांच हजार तक उपभोक्ता रोजाना बिजली संबंधित काम कराने के लिए पहुंचते हैं और उन्हें परेशानी झेलनी पड़ती है. नहीं हो रहा आसानी से ये काम बिल जमा करने, नया कनेक्शन लेने, मीटर लगवाने, कटे कनेक्शन को जोड़वाने, आवेदन के बाद नये कनेक्शन की स्थिति की जानकारी लेने, डुप्लीकेट बिजली निर्गत कराने आदि कार्यों को लेकर परेशानी हो रही है. कर्मचारियों की कमीअप्रत्याशित भीड़ और स्टाफ की कमी के कारण बिजली से संबंधित उपभोक्ताओं का मिनटों में होने वाले काम को घंटे लगता है. इसके बावजूद गारंटी नहीं रहती है कि उपभोक्ताओं का काम होगा या नहीं. उपभोक्ताओं को लाइन में खड़े-खड़े ही कार्यावधि बीत जाती है. यह स्थिति रोजाना रहती है. बदलते रहते हैं नियम-कायदेछोटे से बिजली दफ्तर में बढ़ती भीड़ को देख रोजाना नियम-कायदे बदलते हैं, जिससे अक्सर उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है. यहां कुल सात काउंटर हैं. इसमें बिल कलेक्शन के लिए चार काउंटर है. इसके अलावा मीटर, नया कनेक्शन और भुगतान से संबंधित तीन काउंटर है. कौन से काउंटर पर किस तरह का काम होता है, यह उपभोक्ताओं को पता नहीं होता है. दरअसल भीड़ बढ़ने पर यहां कई काउंटर बंद कर दिये जाते हैं. बंद होने वाले काउंटर पर बिजली से संबंधित अन्य कोई काम नहीं होता है और मजबूरन उपभोक्ताओं को लौटना पड़ा है.सब स्टेशन बनाने का दावा फेल मोजाहिदपुर बिजली दफ्तर को पटल बाबू रोड शिफ्ट करते समय फ्रेंचाइजी कंपनी के सीओओ मनोज यादव ने दावा किया था कि मोजाहिदपुर में एक और सब स्टेशन का निर्माण होगा, ताकि बिजली व्यवस्था सुदृढ़ हो सके. लेकिन ढाइ माह बीतने के बावजूद इस दिशा में ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है. मोजाहिदपुर का भवन बेकार पड़ा है. मोजाहिदपुर में जर्जर भवन रहने से पटल बाबू रोड में बिजली दफ्तर शिफ्ट करना पड़ा है. फिलहाल रोजाना करीब 700 उपभोक्ताओं ही आ रहे हैं. उन्हें धीरे-धीरे सुविधाएं मिलने लगेगी. अगर हर कोई ऑनलाइन बिल का भुगतान करने लगे, तो दफ्तर की भीड़ कम हो जायेगी. उन्हें बिल भुगतान पर एक प्रतिशत की छूट भी मिलेगी. विनोद असवाल, जीएम, फ्रेंचाइजी कंपनी

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें