भागलपुर : सुबह व शाम में ठंडक बढ़ने से बड़ी संख्या में लोग मौसमी बीमारी के शिकार हो रहे हैं. खासकर बच्चों में इंफैक्शन वाली बीमारी तेजी से फैलने लगी है. पिछले दो-तीन दिनों से जवाहर लाल नेहरू मेडिकल अस्पताल व सदर अस्पताल में जीवन शैली से जुड़ी बीमारी सर्दी, खांसी, बुखार, माथा दर्द, डायरिया के अलावा रक्तचाप, हार्ट अटैक, लकवा, जोड़ में दर्द, त्वचा रोग, थाइराइड जैसे मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई हैं.
औसतन प्रत्येक दिन 100 से अधिक मौसम में अचानक गर्मी व अचानक सर्दी के कारण इंफैक्शन के कारण पीड़ित रोगी इलाज के लिए आ रहे हैं. इसमें ज्यादातर बच्चे मरीज पहुंच रहे हैं. चिकित्सकों का मानना में ऐसे समय में थोड़ी सी सावधानी से इन बीमारियों से बचा जा सकता है.खाना में क्या लें और क्या पहनेंजेएलएनएमसीएच के मेडिसीन विभाग के डॉ डीपी सिंह ने बताया कि अभी के मौसम में वाइरल इंफैक्शन ज्यादा होता है. ठंड मौसम में शरीर में गर्मी मेनटेन करने के लिए इनर्जी की ज्यादा जरूरत पड़ती है.
इसके लिए फल व सब्जी का भी भरपूर मात्रा लें. पानी ज्यादा मात्रा में लें. ऐसे समय में शरीर में विटामिन सी और बी-कॉम्प्लेक्स का स्तर भी काफी कम हो जाता है, जिस कारण सर्दी, खांसी, बुखार, माथा दर्द आदि की समस्या तेजी से बढ़ती है. ऐसी स्थिति से शरीर में इम्यून सिस्टम बढ़ाने के लिए लोगों को कागजी निंबू, संतरा, मौसमी, आंवला और ऐसे फल जिसमें खट्टापन ज्यादा होता है, उसका ज्यादा-से-ज्यादा सेवन करना चाहिए. इसके अलावा जहां पर रहते हैं, वहां पर साफ- सफाई का विशेष घ्यान रखें. आस-पास गंदगी नहीं फैलने दें. नाली व गंदे स्थानों पर डीडीटी का छिड़काव पर ध्यान दें. लोगों को अब एसी का प्रयोग कम करना चाहिए. एसी से सीधे धूप में नहीं जायें. सोते वक्त मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. इस तरह के मौसम में पहनावा पर विशेष ध्यान दें. ज्यादा-से-ज्यादा शरीर ढके रहे ऐसे कपड़े का इस्तेमाल करें. फुलपेंट के साथ-साथ फुल स्लीव का शर्ट भी पहनें. थाइराइड बीमारी से बचने के लिए गले को बचाकर रखें.
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बुजुर्ग अपने दिनचर्या में करें सुधारजेएलएनएमसीएच के डॉ भरत भूषण का कहना है कि आजकल के मौसम में हर किसी को खासकर बुजुर्ग मरीज को विशेष रूप से संयमित रहने की जरूरत है. थोड़ी सी लापरवाही परेशानी में डाल सकती है. खासकर हृदय रोग, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, दमा व श्वास, स्कनी डिजिज से पीड़त रोगियों काे विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए. अभी के मौसम में मार्निंग वॉक धूप निकलने के बाद ही करना चाहिए.
बुजुर्ग को अहले सुबह मार्निंग वॉक पर नहीं जाना चाहिए. बुजुर्ग अपनी दिनचर्या में सुधार लाकर और डॉक्टर से समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराकर संक्रमण के मौसम में बीमारी से बच सकते हैं. इसके अलावा जो सबसे ज्यादा जरूरी है, वह यह है कि दवा नियमित रूप से लें और ज्यादा-से-ज्यादा शारीरिक रूप से सक्रिय रहने की कोशिश करें.
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रुकेगा डेंगू का कहर डॉक्टरों का कहना है कि ठंड बढ़ने से भले ही इंफैक्शन से जुड़ी बीमारी का खतरा बढ़ जाता हो, लेकिन डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी से लोगों को राहत मिल जाती है. ठंड में डेंगू मच्छर कर प्रजनन रुक जाता है. यही कारण है कि ठंड के बढ़ने के साथ ही डेंगू का प्रकोप घटता जाता है. इसके अलावा मच्छर से होने वाली बीमारी मलेरिया, फायलेरिया, इन्सेफलाइटिस आदि बीमारी से भी राहत मिल जाती है.