ऑनलाइन दवा सेल के विरोध शटर डाउन रहा – द्विवेद्वी रोड, भीखनपुर, पटलबाबू रोड, कचहरी चौक आदि की सभी दुकानें रहीं बंद – इमरजेंसी सेवा के रूप में मायागंज अस्पताल के बाहर की दवा दुकानें खुली रही – सदर अस्पताल के नजदीक घंटा घर के आसपास की खुली रहीं एक-दो दुकानें – सबौर, कहलगांव, सुलतानगंज, नाथनगर, पीरपैंती में एक-एक दवा दुकान खुली- नर्सिंग होम व प्राइवेट क्लिनिक की व्यक्तिगत दवा दुकानें बंद से नहीं रही प्रभावित संवाददाता,भागलपुर इंटरनेट से आन लाइन दवा की बिक्री के विरोध में 14 अक्तूबर को भागलपुर समेत पूरे देश में दवा की दुकानें बंद रही. 24 घंटे की बंदी को सफल बनाने के लिए बुधवार को भागलपुर केमिस्टस एंड ड्रगिस्टस एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम दास कोटरीवाल की नेतृत्व में संघ के दर्जनों लोगाें ने एमपी द्विवेद्वी रोड, पटेल बाबू रोड, आदमपुर, तिलकामांझी, भीखनपुर, कचहरी चौक, घंटा घर, साहेबगंज आदि जगहों पर सभी दवा दुकानों को बंद करने की अपील की. इमरजेंसी सेवा के रूप में सिर्फ मायागंज अस्पताल के नजदीक की दवा दुकानें खुली रही. शहर में जिन मरीजों को इमरजेंसी दवा की जरूरत पड़ी वह मायागंज अस्पताल जाकर दवा की खरीदारी की. भागलपुर शहर के बाहर भी कहलगांव, सुलतानगंज, नाथनगर, सबौर, पीरपैंती आदि जगहों पर भी इमरजेंसी सेवा के रूप में एक-एक दवा दुकान खुली रखी गयी थी. बंद पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण रहा केंद्र सरकार द्वारा सेल्स ऑफ मेडिसिन्स ओवर इंटरनेट को बढ़ावा देने की मंशा के विरोध में सुबह से ही दवा की एक भी दुकानें नहीं खुली. कुल मिला कर बंद सफल एवं शांतिपूर्ण रहा. देशव्यापी बंद का समर्थन भागलपुर केमिस्टस एंड ड्रगिस्टस एसोसिएशन ने अध्यक्ष घनश्याम दास कोटरीवाल और सचिव प्रशांत ठाकुर ने बताया कि वे लोग शांतिपूर्वक बंदी कर रहे हैं. कहीं कोई हंगामा नहीं हो, इसके लिए वे लोग एमपी द्विवेद्वी रोड पर संघ के सभी लोग इक्ट्ठा होकर नजर रखे हुए हैं. दूसरे हाफ में कहीं-कहीं इक्का-दुक्का दवा दुकानें हाफ शटर खोल बिक्री करते नजर आये. शहर के सभी नर्सिंग होम व प्राइवेट क्लिनिकों की निजी दवा दुकानें कमोबेश खुली रही. मौके पर संगठन सचिव प्रदीप जैन, उपाध्यक्ष नीरज कोटरीवाल, संगठन उप सचिव अरुण कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष कृष्णानंद भगत, अर्जुन शर्मा, दिवाकर सिंह, डब्ल्यू रहमान, मनोज महाना, नीलेश कोटरीवाल आदि मौजूद थे. भागलपुर में करीब 50 लाख का करोबार प्रभावित भागलपुर बाजार समेत जिले के ग्रामीण इलाके की सभी दवा दुकानें बंद रहने से करीब 50 लाख रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ. संघ के लोगों ने बताया कि जिले में करीब 1400 दवा की दुकानें हैं, जिसमें से 400 दुकानें ग्रामीण क्षेत्र में है. इन सभी दुकानों का रोजाना का टर्न ओवर करीब 50 लाख रुपये है. एसोसिएशन के लोगों का कहना है कि ऑनलाइन दवा बिक्री का विचार केमिस्टों को किसी भी हाल में स्वीकार नहीं है. दवा दुकानदारों की क्या है मांगें एसोसिएशन के सचिव प्रशांत ठाकुर ने बताया कि स्नैपडिल, अमोजेन, एएमजी आदि कंपनी ऑनलाइन दवा की बिक्री कर रही है. भागलपुर में भी दिव्य ड्रग्स के नाम से ऑनलाइन दवा सप्लाई की जाती है. आॅनलाइन दवा की बिक्री न सिर्फ अवैध है, बल्कि ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट 1940 का पूरी तरह उल्लंघन करता है. ऑनलाइन दवा बिक्री का बहुत ही बुरा असर होगा. युवा वर्ग में नशे की प्रवृत्ति बढ़ सकती है, क्योंकि डॉक्टर के बिना प्रीसकीप्सन के ही यह दवा उपलब्ध हो जायेगी. इतना ही नहीं प्रतिबंधित दवा की भी धड़ल्ले से बिक्री की जा सकती है. दवा की गुणवत्ता से खिलवाड़ की भी संभावना बनी रहती है. बॉक्स में…नाथ नगर में भी शांतिपूर्ण रहा बंद बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन नाथनगर के सदस्यों ने भी आस पास की सभी दवा दुकानों को शांतिपूर्वक बंद कराया. एसोसिएशन के लोगों ने कहा कि बंद कराने में स्थानीय सभी दवा विक्रेता का पूर्ण सहयोग मिला. युवा दवा व्यवसायी के द्वारा भी चंपानगर, महाशय ड्याेढ़ी, चंपा नाला पुल क्षेत्रों में घूम-घूम कर सभी दवा दुकानों को बंद कराया. विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रवीण कुमार, कौशल किशोर झा, प्रमोद कुंज, सचिदानंद राय, राजीव राय, प्रकाश मंडल, मुकेश राजहंस, प्रणव प्रकाश, आशिष केडिया आदि की सक्रिय भूमिका रही.
BREAKING NEWS
ऑनलाइन दवा सेल के विरोध शटर डाउन रहा
ऑनलाइन दवा सेल के विरोध शटर डाउन रहा – द्विवेद्वी रोड, भीखनपुर, पटलबाबू रोड, कचहरी चौक आदि की सभी दुकानें रहीं बंद – इमरजेंसी सेवा के रूप में मायागंज अस्पताल के बाहर की दवा दुकानें खुली रही – सदर अस्पताल के नजदीक घंटा घर के आसपास की खुली रहीं एक-दो दुकानें – सबौर, कहलगांव, सुलतानगंज, […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement