संवाददाता : भागलपुर निगम और पैन इंडिया के उदासीन रवैया के कारण शहर की आधी से अधिक आबादी निगम के वाटर सप्लाइ से निकला पुराने पाइप से निकला गंदा पानी पी रहे हैं,
लेकिन ना तो निगम और न ही शहर की जलापूिर्त का जिम्मा संभाले पैन इंडिया कंपनी के द्वारा ही कोई ठोस उपाय किये जा रहे है. शहर में हर दिन वाटर वर्क्स से 16 लाख गैलन और अंठावन बोरिंग से पानी की सप्लाइ हो रही है,
लेकिन उससे निकला पानी पीने योेग्य नहीं है. 15 दिन पहले निगम के मेयर व पार्षदों ने वाटर वर्क्स के ट्रीटमेंट प्लांट का पानी पीचइडी विभाग के लैब में जांच के लिए भेजा था,
जब जांच रिपोर्ट आयी तो रिपोर्ट में कहा पानी पीने योग्य नहीें . मेयर दीपक भुवािनयां ने खराब पानी की रिपोर्ट नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव और पैन इंडिया के हेड को मुंबई में जानकारी दी.
और रिपोर्ट आने वाले दिन ही कुछ पार्षदों के पैन इंडिया के कमी के सामने फिर पानी के जांच के लिए लैब में भेज दिया गया. सात दिन से अधिक हो गये हैं,अब जांच रिपोर्ट का निगम और एजेंसी वाले इंतजार कर रहे है. जांच रिपोर्ट में क्या आया है इसकके बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी तबतक शहर के लोग गंदा पानी पीते ही रहेगे.