प्रधानमंत्री के इस घोषणा पर जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अर्जुन कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वी बिहार का प्रमुख शहर भागलपुर में सालों से लंबित 250 सीटों वाला मेडिकल कॉलेज खोलने की महत्वाकांक्षी योजना पूरी हो जायेगी. उन्होंने बताया कि माउंट कार्मेल स्कूल के पास 250 सीटों वाले मेडिकल कॉलेज का निर्माण प्रस्तावित है. इसके अलावा भागलपुर शहर में सुपर स्पेशिलिटी चिकित्सा सुविधाएं नहीं है. आज भी बेन हेम्ब्रेज, न्यूरो सजर्री, ट्रॉमा सेंटर की स्टैंडर्ड सुविधाएं नहीं है. आज भी ऐसे मरीज को बेहतर इलाज के लिए पटना, सिलीगुड़ी व कोलकाता रेफर किया जाता है.
दुर्भाग्य से कई मरीज की मौत रास्ते में ही हो जाती है. ऐसे में विशेष पैकेज से सुपर स्पेशिलिटी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होने से पटना व एम्स स्तर का इलाज भागलपुर में ही उपलब्ध हो जायेगा. एडवांस तकनीक से लैस नयी-नयी मशीनें व अन्य सुविधाएं आसानी से मिल सकेगी. सजर्न डॉ संजय कुमार सिंह ने बताया कि करोड़ों रुपये के विशेष पैकेज से भागलपुर में भी एम्स स्तर की चिकित्सा सुविधाएं डेवलप किया जा सकता है.
उन्होंने हेल्थ फैशिलिटी को तीन स्तरों में बांटते हुए बताया कि भागलपुर में फिलहाल प्राइमरी व सेकेंडरी स्तर की चिकित्सा सुविधा ही उपलब्ध है. अब जब हजारों करोड़ रुपये हेल्थ सुविधा को बेहतर करने के लिए मिलेंगे, तो निश्चित रूप से एडवांस व सुपर स्पेशिलिटी की चिकित्सा सुविधाएं भागलपुर में मिलने लगेगी. आज भागलपुर मेडिकल कॉलेज में पूर्वी बिहार के 10-12 जिले के अलावा झारखंड के भी कई जिले के मरीज इलाज के लिए आते हैं. ऐसे में इस्टर्न बिहार में पटना व दिल्ली की एम्स अस्पताल के तर्ज पर सुपर स्पेशिलिटी चिकित्सा सुविधा को विकसित किया जा सकता है. वैसे आइएमए पहले से ही भागलपुर में इस प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं की मांग करता रहा है. अब जब भागलपुर में हेल्थ सेक्टर के लिए करोड़ों रुपये का विशेष पैकेज की घोषणा हुई है, तो निश्चित रूप से इस क्षेत्र के डॉक्टर व मरीजों के लिए अनमोल तोहफा है.