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सबौर-जमसी रोड डूबा, राहगीर परेशान
भागलपुर: सबौर-जमसी रोड पर एक बार फिर गंगा के पानी में डूब गया है. हर बार बारिश के दौरान सड़क पर कई फुट पानी लगने से आवाजाही प्रभावित हो जाती है. राहगीरों के मुताबिक एनबीसीसी ने दस वर्ष पहले सड़क बनायी थी. उस समय निर्माण के दौरान सड़क का लेवल पुरानी सड़क से ऊंचा करने […]
भागलपुर: सबौर-जमसी रोड पर एक बार फिर गंगा के पानी में डूब गया है. हर बार बारिश के दौरान सड़क पर कई फुट पानी लगने से आवाजाही प्रभावित हो जाती है. राहगीरों के मुताबिक एनबीसीसी ने दस वर्ष पहले सड़क बनायी थी. उस समय निर्माण के दौरान सड़क का लेवल पुरानी सड़क से ऊंचा करने का प्रयास नहीं किया गया. इस कारण गंगा का पानी सड़क के ऊपर से बहने लगता है.
यह स्थिति सितंबर माह तक रहती है. मगर जिला प्रशासन द्वारा सड़क पर गंगा का पानी नहीं आये, इस बारे में कोई प्रयास नहीं किया जाता है. इस सबौर-जमसी रोड से होकर लोग सन्हौला, लोदीपुर, कहलगांव की ओर जाते हैं. लोगों ने प्रशासन से उचित कदम उठाये जाने की मांग की है.
सब्जी की फसल डूबी, नाव बना सहारा
सबौर : रजंदीपुर पंचायत के महेंद्र मंडल, बाबूलाल पोद्दार, उमेश मंडल, लुच्चो मंडल व योगी मंडल ने बताया कि बाढ़ में लगभग 3000 हेक्टेयर भूमि में लगी मक्का, बाजरा, खेरी, परवल, भिंडी, नेनुआ, कद्दू, बोड़ा आदि की फसल डूब गयी. दियारा में अधिकतर बासा व घर भी डूब गया है. वहां से लोगों ने नाव से माल मवेशी, अनाज, जलावन के साथ ऊंचे स्थल की ओर पलायन करना शुरू कर दिया है. बाढ़ से इस बार भी भारी कटाव हो रहा है.
इस कारण बाबुपुर, रजंदीपुर, संतनगर, इंगलिश, रामनगर आदि दर्जनों गांव के 20 हजार से अधिक लोग भयभीत हो रहे हैं कि कहीं गंगा के कटाव में उसका गांव पानी में ना समा जाये. बाबूलाल पोद्दार ने बताया कि अब तक विनोबा दियारा, बसगढ़ा, मोहद्दीपुर, लालूचक गांव पानी में विलीन हो चुका है. प्रशासन की ओर से अभी तक किसी घाट पर नाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. ना ही बाढ़ से बचाव के लिए कुछ किया जा रहा है. बाढ़ का पानी काफी तेजी से बढ़ रहा है. यदि बाढ़ की रफ्तार यही रहा तो अगले दो तीन दिन में दर्जनों गांव जलमगA हो जायेंगे.
यहां है नाव की जरूरत : बाढ़ग्रस्त रजंदीपुर घाट, कालीघाट ममलखा, संतनगर घाट, शंकरपुर रामनगर घाट, अठगामा घाट पर नाव की कमी है. इन घाटों पर ओवरलोड नाव पर लोग मवेशी चारा, सब्जी, दूध, अनाज व जलावन ढोकर सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यदि सरकारी नाव मिल जाये तो सुविधा होगी.
भागलपुर : गंगा में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है. भागलपुर में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जल संसाधन विभाग में पदाधिकारी व कर्मी की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. सभी को कटावरोधी कार्य में लगा दिया गया है. विभाग के आला पदाधिकारी भी कार्यो का निरीक्षण कर रहे हैं. सोमवार शाम तक गंगा का जलस्तर 30 सेंटीमीटर बढ़ गया था.
जलस्तर में अगले 72 घंटों तक वृद्धि की संभावना है. विभाग के पदाधिकारियों ने कहा कि गंगा का दबाव राघोपुर, महादेवपुर घाट, इंजीनियरिंग कॉलेज, श्मशान घाट, इस्माइलपुर आदि जगहों पर अधिक है. उन्होंने कहा कि शहर की तरफ गंगा के तट पर तटबंध नहीं बना हुआ है. इस कारण यहां पर पानी का करंट तेज होने से कटाव होने लगता है. पटना मुख्यालय से आयी फ्लड फाइटिंग की विशेष टीम 15 जून से 15 अक्तूबर तक कैंप कर रही है.
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