भागलपुर: एसएम कॉलेज रोड वैसे तो छात्रओं की दृष्टिकोण से बहुत ही व्यस्ततम सड़क है. यहां से रोजाना हजारों लड़कियां शिक्षा ग्रहण करने के लिए एसएम कॉलेज, लॉज व प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में जाती हैं. जैसे ही छात्रएं दुर्गा मंदिर के पास पहुंचती हैं, नाले से निकलने वाली बदबू से नाक बंद कर चलने को विवश हो जाती हैं. मोहल्ले का कूड़ादान पास का नाला बन गया है.
स्थानीय लोग कूड़ा नाले में फेंक देते हैं, वहीं निगम के कर्मचारी भी उसे उठाना मुनासिब नहीं समझते हैं. नतीजतन कई बार नाला जाम भी हो जाता है और पास के दुकानों व सड़कों पर नाले का पानी आ जाता है. इसकी शिकायत जब स्थानीय लोगों ने निगम के कर्मचारियों से की जाती है तो कहा जाता है कि यहां हमलोग नहीं फेंकते हैं. आप लोग ही डालते हैं, इसमें हमलोग कुछ नहीं कर सकते हैं.
थोड़ा आगे बढ़ने पर एसएम कॉलेज के मुख्य द्वार के ठीक सामने सड़क किनारे लोग कूड़ा फेंक देते हैं, जबकि कॉलेज के बगल में ही एक टूटा कूड़ादान भी है. लोग वहां अपने घरों का कूड़ा नहीं डालते हैं.