भागलपुर: भागलपुर-साहेबगंज रेलखंड रेल अपराधी गिरोह का सेफ जोन बन गया है. पिछले छह-सात साल से इस तरह की घटना बंद थी लेकिन, इधर चलती ट्रेन में यात्रियों को चाकू का भय दिखा कर लूटपाट की घटना लगातार हो रही हैं. अपराधी दिन-दहाड़े यात्रियों को लूट कर आराम से फरार हो जाते हैं. इन अपराधी गिरोह से सामना करने की हिम्मत ट्रेनों में चल रही एस्कॉर्ट पार्टी के जवान नहीं जुटा पाते हैं.
पैसेंजर ट्रेनों में दिन में यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे रहती है. इन ट्रेनों में केवल रात में यात्रियों की सुरक्षा के लिए जवान लगाये जाते हैं. रेल अपराधी गिरोह के सदस्य मुंगेर से बने हथियार व मादक पदार्थो की तस्करी ट्रेनों से बड़े आसानी के करते हैं. ये अपराधी गिरोह तिनसुकिया मेल हो या फरक्का एक्सप्रेस उसमें भी घटना करने से हिचकते नहीं है.
एक-पांच के सहारे सुरक्षा
भागलपुर से खुलनेवाली एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा एक -पांच के जीआरपी के एस्कॉर्ट पार्टी के सहारे होती है. भागलपुर जीआरपी के एस्कॉर्ट पार्टी की सीमा किऊल से साहेबगंज तक है. एस्कॉर्ट पार्टी की ड्यूटी भागलपुर से खुलनेवाली दानापुर भागलपुर इंटरसिटी, कामाख्या एक्सप्रेस, साप्ताहिक एक्सप्रेस, बांका इंटरसिटी, जमालपुर-मालदा इंटरसिटी, रामपुर हाट गया पैसेंजर, साहेबगंज-जमालपुर पैसेंजर ट्रेन में रहती है. 20 से 22 बोगी वाले इन ट्रेनों में हजारों यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेवारी एस्कॉर्ट पार्टी के पांच जवानों पर होती है. इसका नतीता होता है कि वारदात के बाद जब अपराधी ट्रेन से उतर कर चले जाते हैं, तब इन जवानों को घटना के बारे में पता चलता है.
लूट की वारदातें
29 सितंबर. भागलपुर से सबौर के बीच डाउन फरक्का एक्सप्रेस के जेनरल बोगी में रविवार तड़के तीन अपराधियों ने तीन यात्रियों के साथ लूटपाट की. विरोध करने पर अपराधियों ने एक यात्री को चाकू मार कर घायल कर दिया और सबौर स्टेशन पहुंचने से पहले चलती ट्रेन से उतर कर भाग निकले.
24 सितंबर. कहलगांव स्टेशन पर मालदा इंटरसिटी में चढ़ कर लुटेरों ने 20 मिनट तक लूटपाट की थी. इसके बाद पीरपैंती में लुटेरे उतर कर भाग निकले थे.
19 अगस्त. बांका इंटरसिटी में बांका के मुरहरा हॉल्ट के पास अपराधियों ने एक यात्री से चेन व मोबाइल लूट लिया था. इस मामले में जीआरपी ने छापेमारी कर मामले के मुख्य आरोपी साहीन, रिजाउल व आशीष कुमार ठाकुर को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेजा है.