भागलपुरः बाढ़ की छोटी मछलियों को बिल्कुल नहीं खाएं. इससे डायरिया व अन्य बीमारी होने की आशंका रहती है. उक्त बातें मंगलवार को सदर अस्पताल के सभागार में समीक्षा बैठक में आरडीडी डॉ सुधीर कुमार महतो ने अधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने कहा इसे लेकर संबंधित विस्थापित इलाके में जागरूकता फैलायें.
उन्होंने कहा कि डेंगू व डायरिया से बचाव के लिए जहां भी पानी उतर गया है, वहां गैमेक्सीन पाउडर, चूना व हैलोजेन टैबलेट का वितरण कराएं. भागलपुर-बांका के लिए डेंगू जांच कीट खरीदने का निर्देश दे दिया है. ऐसे मरीजों की जांच के बाद इंडोर में भरती करें और इलाज करें. स्थिति खराब होने पर जेएलएनएमसीएच रेफर करें.
उन्होंने कहा भागलपुर प्रमंडल राज्य में आठवें नंबर पर है. इसकी मुख्य वजह इंडोर में मरीजों की कमी, टीकाकरण में कमी, छोटे-बड़े ऑपरेशन में कमी, ट्रैकिंग सिस्टम में बच्चों की इंट्री नहीं होना, 108 एंबुलेंस, मोबाइल मेडिकल यूनिट एजेंसी को समय पर भुगतान नहीं होने की स्थिति में कार्य प्रभावित होना. 30 सितंबर तक संविदा पर कार्य करने वाले चिकित्सक, एएनएम का साक्षात्कार लेकर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करें.
सिविल सजर्न को निर्देश दिया कि वे 30 सितंबर तक इन कार्यो को पूरा करने के बाद वर्तमान रिक्त पदों की सूची जमा करें ताकि उसे भरने की दिशा में कार्य किया जा सके. नौ सितंबर से 21 तक परिवार कल्याण पखवारा कार्यक्रम के लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश दिया. पंचायतों में ग्राम स्वच्छता समिति को 10 हजार रुपये का आवंटन स्वास्थ्य विभाग ने दिया है. उस राशि को महामारी से बचाव में खर्च करने का निर्देश दिया. मौके पर आरपीएम अरुण प्रकाश, एसीएमओ डॉ रामचंद्र प्रसाद, सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ संजय कुमार, डीपीएम मोहम्मद फैजान सहित अन्य मौजूद थे.