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परबत्ती में पानी के लिए जाम अधीक्षक को बनाया बंधक
भागलपुर: पेयजल संकट से परेशान लोगों ने गुरुवार को परबत्ती चौक (एनएच 80) पर सवा तीन घंटे तक जाम कर दिया. इस दौरान वहां पहुंचे जलकल अधीक्षक हरेराम चौधरी को लोगों ने बंधक बना लिया. उनका कहना था कि जब तक इलाके में पानी की सप्लाई शुरू नहीं होगी, अधीक्षक को जाने नहीं देंगे. इस […]
भागलपुर: पेयजल संकट से परेशान लोगों ने गुरुवार को परबत्ती चौक (एनएच 80) पर सवा तीन घंटे तक जाम कर दिया. इस दौरान वहां पहुंचे जलकल अधीक्षक हरेराम चौधरी को लोगों ने बंधक बना लिया. उनका कहना था कि जब तक इलाके में पानी की सप्लाई शुरू नहीं होगी, अधीक्षक को जाने नहीं देंगे. इस दौरान वहां से गुजरनेवाले लोगों की पिटाई भी की गयी. जाम करनेवालों ने सड़क पर आगजनी भी की.
बुधवार को फूंका था नगर आयुक्त का पुतला : प्रचंड गरमी में पानी नहीं होने से इलाके के लोगों के बीच काफी नाराजगी थी. नाराज महिलाएं झाड़ू लेकर, तो बुजुर्ग बाल्टी और बच्चे डंडा लेकर सड़क पर उतर गये थे. वार्ड 13 के परबत्ती में सरकारी बोरिंग है. इसी से इलाके के 13 हजार लोगों को पानी मिलता है. पिछले नौ दिनों से यह बोरिंग खराब हो गया है. इसको लेकर लोगों ने निगम से लगातार शिकायत की, पर कोई सुनवाई नहीं हुई. नाराज लोगों ने बुधवार को नगर आयुक्त का पुतला भी फूंका था. सबकी मांग थी कि जल्द से जल्द बोरिंग ठीक करायी जाये. इतनी कोशिशों के बाद भी जब बोरिंग ठीक नहीं कराया गया तो लोगों ने गुरुवार को सड़क जाम कर दिया. सड़क पर टायर जला कर प्रदर्शन किया. इस दौरान परबत्ती चौक के चारों ओर काली स्थान रोड, लब्बू पासी लेन, सुलतानगंज रोड व स्टेशन रोड की आवाजाही रोक दी गयी.
जब तक बोरिंग ठीक नहीं होगा, आंदोलन जारी रहेगा : हंगामे के बाद वहीं से लोगों ने मेयर दीपक भुवानियां को फोन पर पूरी बात बतायी. मेयर के कहने पर जलकल अधीक्षक वहां पहुंचे और बोरिंग ठीक करनेवाली मशीन मंगवाई गयी. मरम्मत कर रहे मजदूरों ने बताया कि बोरिंग से बालू आ रहा है, इस कारण परेशानी है. इसे ठीक करने की कोशिश की जा रही है. वहीं दूसरी ओर वार्ड पार्षद कुंदन देवी ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं थी, वह कोशिश कर रहीं हैं कि बोरिंग ठीक हो. दूसरी ओर लोगों का कहना था कि जब तक बोरिंग ठीक नहीं होगा आंदोलन जारी रहेगा.
रेलवे स्टेशन से लाते हैं पानी : लोगों का कहना है कि इलाके के 40 प्रतिशत घरों में ही चापाकल है. गरमी में जलस्तर गिरने के कारण यह भी सूख गया है. इससे जिनके यहां चापाकल है वो भी बोरिंग पर ही निर्भर हैं. अब ऐसी स्थिति में पानी के लिए उन्हें रेलवे स्टेशन या टीएनबी कॉलेज जाना पड़ता है. पीने का पानी इन इलाके से लाते हैं और नहाने और अन्य काम के लिए भैरवा तालाब के गंदे पानी पर निर्भर हैं. उनका कहना था कि इससे उनके बच्चे बीमार पड़ते रहते हैं. लोगों ने 13 हजार आबादी के लिए एक बोरिंग को भी नाकाफी बताते हुए दूसरी व्यवस्था करने की मांग की.
पार्षद को नहीं था पता : पार्षद कुंदन देवी ने बताया कि उन्हें बोरिंग के खराब होने के बारे में पता नहीं था. एक दिन पहले ही समस्या के बारे में मालूम हुआ. उन्होंने कहा कि हर बार मोटर जलने की सूचना बोरिंग स्टाफ उनको देता था, पर इस बार नहीं दिया. उन्होंने कहा कि इस बार भी जल्द ठीक करा दिया जायेगा.
बोरिंग खराब होने की सूचना मिलते ही व्यवस्था के लिए पहुंचे थे. मोटर बदला गया, तो भी मिट्टी आ रही थी. कंप्रेशर मशीन यहां नहीं थी. इसके आने का इंतजार किया जा रहा था. कंप्रेशर मशीन आ चुकी है. पानी आपूर्ति का प्रयास जारी है. जब तक ठीक नहीं होगा, तब तक जलापूर्ति के लिए टैंकर भेजा जायेगा.
हरेराम चौधरी, जलकल अधीक्षक
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