भागलपुर : जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित डोयन जांच घर एक बार फिर सुर्खियों में है. लेकिन इस बार मामला गलत रिपोर्ट का नहीं, बल्कि वित्तीय अनियमितता का है.
डोयन जांच घर में सैकड़ों मरीजों की थाइराइड जांच चिकित्सकीय परचे पर नहीं लिखा होने के बावजूद कर दी गयी है. मामले का खुलासा तब हुआ, जब मुंदीचक निवासी मिथिलेश कुमार ने प्रमंडलीय आयुक्त को लिखित शिकायत दी. अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि उनके रिश्तेदार (मरीज) के परचे पर थाइराइड की जांच चिकित्सक ने नहीं लिखी थी,
पर जांच घर ने अपनी मरजी से थाइराइड जांच कर दी. इसके बाद प्रमंडलीय आयुक्त आरएल चोंग्थू ने अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल को पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है. इधर डोयन जांच केंद्र ने भी ऐसे सैकड़ों मरीजों का बिल विभाग को जमा कर दिया है जिनकी थाइराइड जांच की गयी है. सूत्रों की मानें तो विभागीय जांच शुरू हो चुकी है और अनुमान है कि जांच में छह से सात लाख रुपये के फर्जीवाड़े का खुलासा हो सकता है.
फिलहाल अस्पताल प्रबंधन ने डोयन जांच घर को होने वाले सभी भुगतान पर रोक लगा दी है और प्रमंडलीय आयुक्त को आवेदन देने वाले व्यक्ति से पूछताछ की तैयारी कर रहा है.