भागलपुर: इशाकचक थाना क्षेत्र के भीखनपुर मोहल्ले में सोमवार की रात हुई चाकू बाजी की घटना में पीड़ित सपरिवार आरोपित दारोगा दामाद की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एसएसपी कार्यालय के समक्ष अनशन करेंगे.
इस संबंध में लड़की की मां प्रेमा झा ने बताया कि शादी के तीन माह बाद से ही दारोगा दामाद जीबेश ठाकुर (कटिहार टाउन थाना में पदस्थापित) बेटी श्वेता उर्फ स्वीटी को परेशान करने लगा. दामाद बेवजह बेटी को मारता और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था. बेटी की शादी में 15 लाख रुपये दिये थे. इकलौता दामाद होने के कारण परिवार के सभी लोग खूब मानते थे. वह जो भी कहता ससुर अनिल झा पूरा कर देते थे. बावजूद दामाद वरदी का धौंस देता था. मोबाइल पर सुसराल के लोगों को एसएमएस से गाली-गलौज करता था. सब कुछ जानने के बाद भी ध्यान नहीं देते थे कि बेटी का घर बस जाये.
उन्होंने बताया कुछ दिनों से दामाद पति अनिल झा और बेटा अंशु को जान से मारने की धमकी मोबाइल से दे रहा था. घटना से दो माह पहले दामाद फ्रिज, वाशिंग मशीन व कार की मांग की थी. बेटी ने इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि अस्पताल से निकलने पर एसएसपी कार्यालय के समीप पूरे परिवार के साथ अनशन करेंगी, जब तक आरोपित दामाद पकड़ा नहीं जायेगा. दारोगा की पत्नी श्वेता ने बताया कि सास, ननद नूतन मिश्र शादी के बाद से ही परेशान करने लगी. लगभग चार लाख रुपये के जेवर भी अपने पास रख लिया है. प्रतिदिन पति और उसके परिवार के लोग गंदी व भद्दी बातें बोलते थे. इन सब से जी नहीं भरता, तो वे लोग मारपीट करने लगते. एक बेटा होने के बाद पति और उसके परिवार के लोग घर से रात में निकाल दिया था. इतना कह वह रोने लगी.
जख्मी अनिल मिश्र ने बताया कि चाकू बाजी की घटना को एक योजना के तहत अंजाम दिया गया है. घर में घुसते ही दामाद, उसका बहनोई, भांजा, बहन और दो अज्ञात लोग चाकू से प्रहार करने लगे. कुछ समझने का मौका भी नहीं दिया. वे लोग लगातार चाकू से प्रहार कर रहे थे. उन्होंने बताया कि दामाद के कुछ रिश्तेदार भागलपुर थाना में पदस्थापित है. वे लोग दबाव बना रहे है कि घटना को मैनेज कर ले. घटना के बाद से आरोपित घर बंद कर फरार हो गये. पुलिस पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है. अस्पताल में चिकित्सकों ने बताया कि पिता-पुत्र की हालत में सुधार हो रहा है. दोनों खतरे से बाहर हैं. जख्म भरने में समय लगेगा.