भागलपुर: शहर में जगह-जगह खाद्य पदार्थ खुले में बेचा जा रहा है, पर स्वास्थ्य विभाग मौन है. शहर के हर चौक -चौराहे पर दो-चार ऐसी दुकानें हैं जहां गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जाता है. ग्राहक भी वहां धड़ल्ले से आते हैं और उन चीजों को खाते हैं. कई ठेले व खोमचेवाले भी खाने-पीने की चीजें बेचते हैं. कचहरी चौक, खलीफाबाग चौक, स्टेशन चौक, बस स्टैंड सहित कई स्थानों पर ऐसी दुकानें हर दिन लगती हैं. इन दुकानों में चाउमिन, रोल सहित अन्य जंक फूड बेचे जाते हैं. इन चीजों को ढंक कर रखने की कोई व्यवस्था नहीं होती है.
मुख्य मार्ग से होकर आने-जाने वाले वाहनों के धुएं व धूल मिश्रित चीजें ही ग्राहकों को खाने के लिए दी जाती हैं. खास कर गीली मिठाई की दुकानों में मक्खी सहित अन्य चीजें रस में डूब कर मर जाती हैं. दुकानदार उसी रस का उपयोग कर दूसरी मिठाइयां तैयार कर बेचते हैं. ऐसे में लोगों के बीमार पड़ने की आशंका बढ़ जाती है.
इस संबंध में फूड अभीहित पदाधिकारी सुरेश प्रसाद का कहना है कि हाल में भी आठ लोगों पर कार्रवाई की गयी है. इसमें चार को न्यायालय में एवं चार को एडीएम के कोर्ट में प्रस्तुत किया गया है. हमलोग साप्ताहिक जांच करते रहते हैं. वहीं सिविल सजर्न डॉ यूएस चौधरी ने बताया कि श्रवणी मेले में पदाधिकारी व्यस्त थे. अब उन्हें शहरी क्षेत्रों में छापेमारी करने का निर्देश दिया जायेगा.