गिरफ्तारी के एक माह के भीतर दोनों आरोपियों का कोट से बेल हो गया और फिलहाल वे बाहर हैं. इसके बाद पुन: 21 मार्च की सुबह व्यवसायी को फोन कर दस लाख की रंगदारी मांगी गयी. इस घटना से व्यवसायी और उनका परिवार दहशत में है. व्यवसायी ने अपनी सुरक्षा के लिए आर्म्स लाइसेंस का आवेदन भी कर दिया है. इसके अलावा एसएसपी की ओर से उन्हें एक सुरक्षा कर्मी भी मिला है.
Advertisement
फुरकान-हैदर जेल से बाहर व्यवसायी ने मांगा आर्म्स लाइसेंस
भागलपुर: डॉल्फिन कूरियर के संचालक संतोष मुरारका से 10 लाख रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने 22 जनवरी को बाबू कुल्हाड़ी के दो सहयोगी फुरकान अंसारी(तहवलपुर, लोदीपुर) और हैदर अली (शहादत हुसैन लेन, इशाकचक) को गिरफ्तार किया था. उनके पास से तीन मोबाइल व सिम बरामद हुआ था. पुलिस ने दावा किया था कि […]
भागलपुर: डॉल्फिन कूरियर के संचालक संतोष मुरारका से 10 लाख रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने 22 जनवरी को बाबू कुल्हाड़ी के दो सहयोगी फुरकान अंसारी(तहवलपुर, लोदीपुर) और हैदर अली (शहादत हुसैन लेन, इशाकचक) को गिरफ्तार किया था. उनके पास से तीन मोबाइल व सिम बरामद हुआ था. पुलिस ने दावा किया था कि इसमें वह मोबाइल व सिम भी है, जिससे व्यवसायी को फोन कर रंगदारी मांगी गयी थी.
दोबारा कैसे इश्यू हुआ जब्त सिम का नंबर. अपराधियों ने व्यवसायी को पहला फोन 14 जनवरी की दोपहर में किया था. उस दिन यह फोन कोलकाता के खिदिरपुर इलाके से आया था. इसके बाद उसी दिन रात में भी अपराधियों ने फोन कर रंगदारी मांगी थी. 14 के बाद 15, 16 जनवरी को भी अपराधियों का फोन और रंगदारी से संबंधित एसएमएस व्यवसायी के मोबाइल पर आया था. पुलिस लगातार उस मोबाइल का लोकेशन ले रही थी. अचानक 19 जनवरी को मोबाइल का लोकेशन भागलपुर में मिला था. इसके बाद पुलिस हरकत में आयी. बाद में पता चला कि यह मोबाइल लोदीपुर इलाके में उक्त दोनों के पास है. पुलिस ने यहां से छापेमारी में दोनों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुन: 21 जनवरी को उसी पुराने नंबर से फोन आया, जबकि यह सिम पुलिस के पास जब्त है. अपराधियों ने दोबारा उसी नंबर का सिम कैसे इश्यू करवा लिया, यह जांच का विषय है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement