भागलपुर: शाहजंगी स्थित तालाब में जहर देकर मछली मारने की अफवाह आग की तरह शनिवार को फैल गयी. मछली मरने की जानकारी जैसे-जैसे लोगों की मिल रही थी लोगों का हुज्जम शाहजंगी तालाब की ओर बढ़ रहा था.
लाल शाह शाहजंगी रहमतुल्लाह अलैह मजार कमेटी के सदर आफताब वारसी ने बताया कि गरमी व उमस के कारण कुछ मछलियां पानी की ऊपरी सतह पर आ गयी थी. तालाब में बारिश का ज्यादा पानी आने के कारण अक्सर मछलियां पानी की ऊपरी सतह पर आ जाती है, जिससे लोगों को लगता है कि मछली मर रही है.
तालाब में किसी प्रकार का कोई जहर नहीं है. दो -तीन दिनों में तालाब में जीरा गिराया जायेगा. कमेटी के सचिव गुलाम शब्बीर उर्फ पप्पू मुखिया ने बताया कि मजार शरीफ की 52 बीघा जमीन वक्फ में दिये जाने से कुछ लोग कमेटी को बदनाम करने की साजिश कर रहे है. उन्होंने बताया कि शाहजंगी ईदगाह, तालाब, कब्रिस्तान, मेला मैदान व खाली पड़ी जमीन वक्फ के नाम कर दी गयी है, इससे कुछ लोग नाराज चल रहे हैं. समता पार्टी के सदस्य खालीद हुसैन ने कमेटी के लोगों पर आरोप लगाया है कि कमेटी के लोग जहर देकर तालाब की मछली को मारा है. मजार की जमीन सरकारी संपत्ति है. इससे कोई कैसे वक्फ बोर्ड में दे सकता है. इसकी जानकारी शाहजंगी पंचायत के लोगों को नहीं दी गयी है.