भागलपुर: प्रभात खबर फेसबुक साइट पर पूछे गये सवाल कि शहर में बिजली संकट है जबकि करोड़ों रुपये बिजली बिल पर भुगतान किया जाता है. इस संकट के लिए दोषी कौन हैं. जवाब में कई प्रतिक्रिया आयी. लोगों का कहना है कि बिजली संकट के लिए आम लोग भी दोषी हैं. वे सही समय पर बिजली बिल नहीं देते और कई लोग चोरी भी करते हैं.राजीव रंजन कहते हैं कि सरकारी नीति, अधिकारी और हम इसमें बराबर के जिम्मेवार हैं. रूपक राज कहते हैं कि बिजली मीटर लगाने के बाद मीटर में कुछ और दिखता है होता कुछ और है. बिजली विभाग को कुछ ठोस कदम उठाना चाहिए. पुरुषोत्तम कुमार मालाकार कहते हैं, बिजली विभाग द्वारा कनेक्शन और लोड की जांच नहीं की जाती है.
जगह-जगह टोका फंसा कर बिजली चोरी की जाती है. जय किशोर शर्मा कहते हैं, बिजली विभाग के साथ जनता भी दोषी है. दिगंबर सर्वज्ञ कहते हैं कि इसके लिए 50 प्रतिशत सरकार, 30 प्रतिशत बिजली विभाग और 20 प्रतिशत जनता दोषी है.अंकित निकुंभ भी पब्लिक और बिजली विभाग दोनों को दोषी मानते हैं. शाहबाज खान कहते हैं, मुख्य वजह प्रशासनिक दुव्यवस्था है. अकबर अंसारी जनता व सरकार दोनों को दोषी मानते हैं. तबरेज राजा कहते हैं, बिजली संकट से निपटने के लिए केंद्रीय सहायता भी मिलनी चाहिए.
इन्होंने ने भी दी प्रतिक्रिया
मेंही प्रसाद यादव, चंद्रशेखर कुमार, अभिषेक सिंह तोमर, चिंकू बिहारी, रमन कुमार, मोहित कुमार, चंद्रशेखर कुमार, मुकेश शर्मा, बिपिन कुमार, विक्रम भगत,गोपाल खेतरीवाल, महादेव कुमार,रंजीत मिश्र आदि.