भागलपुर: इनामी अपराधी अजय मिश्र पहले टेंपो चालक था. उसके पिता पुजारी थे, लेकिन भाई गुडुल मिश्र की हत्या के बाद अजय ने अपराध की दुनिया में कदम रखा. सिर्फ कोतवाली, नाथनगर और ललमटिया थाने में अजय के खिलाफ 21 मामले दर्ज हैं. जिले के अन्य थानों में भी कुछ-कुछ मामले दर्ज हैं, जिनका पुलिस पता लगा रही है.
इस संबंध में भागलपुर जिला के अलावा पास के नवगछिया, बांका में वायरलेस के जरिये सूचना दी गयी है. जब भागलपुर में गैंगवार चरम पर था, उस समय 1997 में पटना में पप्पू खान ने अजय के भाई की हत्या कर दी थी.
एक जनवरी को हो गया था मां का निधन. अजय ने बताया कि एक जनवरी को उसकी मां का निधन हो गया था. श्रद्ध कर्म करके वह अभी निवृत्त ही हुआ था कि पुलिस ने उसे दबोच लिया. अजय ने बताया कि वह आदित्यपुर में अपने परिवार के साथ रह रहा था. उसे दो बेटी भी हैं. अजय ने बताया कि वह टेंपो चला कर आजीविका चलता था. उसे अपराध की दुनिया में कदम रखने के लिए परिस्थितियों ने बाध्य किया. सरकार अजय पर पचास हजार का इनाम रखा है.अजय का एक भाई है पुलिस में . अजय का एक भाई विजय मिश्र झारखंड पुलिस में कार्यरत हैं. पहले विजय टाटानगर रेल में कार्यरत थे. इन दिनों वह कोडरमा में तैनात हैं.