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विभागीय लापरवाही से धान की खरीद नहीं

सन्हौला. विभाग की लापरवाही के कारण सन्हौला प्रखंड में धान की खरीद शुरू नहीं हो पायी है, जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. समय पर किसानों का धान बिक्री नहीं होने से किसानों का धान चूहा बरबाद कर रहा है. किसान मो मुख्तार, नरेश मंडल, जोगेंद्रर मंडल सहित दर्जनों किसानों […]

सन्हौला. विभाग की लापरवाही के कारण सन्हौला प्रखंड में धान की खरीद शुरू नहीं हो पायी है, जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. समय पर किसानों का धान बिक्री नहीं होने से किसानों का धान चूहा बरबाद कर रहा है. किसान मो मुख्तार, नरेश मंडल, जोगेंद्रर मंडल सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि धान तैयारी कर पैक्स में बिक्री के लिए रखे हैं, लेकिन विभाग की लापरवाही व पैक्सों की उदासीनता से धान की खरीद नहीं हो पा रही है. प्रखंड मुख्यालय में वर्षों से पड़े एसएफसी का बोरा सड़ गया है. विभाग पैक्स अध्यक्षों को बोरा उपलब्ध कराने की वजह किसानों को पैक्स अध्यक्षों द्वारा प्रति बोरा 10 रुपया शुल्क दिया जा रहा है. आज के समय में 10 रुपये में बोरा मिलना नामुमकिन है. पैक्स अध्यक्ष विभाग के निर्देशों में बंधे हुए हैं, इसलिए धान खरीद करने से कतरा रहे हैं. पैक्स संघ के अध्यक्ष सुमन कुमार सिंह बताते हैं कि प्रखंड में इस बार 25 क्विंटल एकड़ धान का उत्पादन है, लेकिन विभाग का निर्देश 10-15 क्विंटल एकड़ मापदंड में धान खरीद करना है. पैक्सों को अभी तक धान खरीद के लिए विभाग से कोई पत्र नहीं मिला है. एसएफसी द्वारा न ही पैक्स का भाड़ा और न ही कमीशन निर्धारित है. 18 पैक्स अध्यक्षों में से आठ पैक्सों को ही कैश क्रेडिट मिला है. बाकी पैक्सों का धान खरीद होना संभव नहीं है. इस स्थिति में धान खरीद किस प्रकार की जाये इस संबंध में प्रभारी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी सुबोध मरांडी ने बताया कि क्रय प्रभारी छुट्टी में है. पैक्स अध्यक्षों की सारी समस्याओं का समाधान किया जायेगा जैसे ही क्रय केंद्र प्रभारी छुट्टी से वापस आ जाते हैं. वैसे ही धान की खरीद शुरू हो जायेगी.

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