भागलपुर: भागलपुर के शहीद जुब्बा सहनी सेंट्रल जेल के बंदी देश भर के जेलों के बंदियों की तुलना में विद्या अजिर्त करने सबसे आगे निकल गये हैं. इस जेल के कमोबेश सभी बंदी किसी न किसी पाठ्यक्रम में नामांकन प्राप्त कर पढ़ाई कर रहे हैं. इस बाबत इग्नू के भागलपुर क्षेत्रीय निदेशक डॉ एसजे नीदिराजन ने बताया कि देश भर के किसी भी जेल के बंदी नामांकन के इस प्रतिशत के टक्कर में नहीं हैं. यहां तक कि दिल्ली का तिहाड़ जेल भी नहीं.
भारत के 58 जेलों में इग्नू का केंद्र अवस्थित है. मंगलवार को इग्नू के तिलकामांझी स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में डॉ नीदिराजन ने कहा कि जुलाई 2014 सत्र में सेंट्रल जेल के 900 बंदियों में 780 बंदी नामांकित हुए थे. जनवरी 2015 सत्र में इस जेल के 294 बंदियों (पिछले बचे व नये बंदी) ने भी नामांकन करा लिया है. इनमें 34 महिला बंदी भी शामिल हैं.
नामांकन की प्रक्रिया 15 जनवरी तक जारी रहेगी. उन्होंने बताया कि यह इग्नू के भागलपुर क्षेत्रीय कार्यालय के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. भागलपुर के कैंप जेल में यह संख्या काफी कम है. कैंप जेल के 1083 बंदियों में 69 बंदी विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकित हुए हैं. बांका जेल में जुलाई 2014 सत्र में 300 बंदियों में से 78 फीसदी बंदियों ने नामांकन कराया था. जनवरी 2015 सत्र में अब तक यहां के 40 बंदी नामांकन करा चुके हैं. इग्नू के द्वारा शहीद जुब्बा सहनी जेल में फूड एंड न्यूट्रीशन के सर्टिफिकेट कोर्स के अलावा बीपीपी, बीए व बीकॉम कोर्स चलाये जा रहे हैं. बांका जेल में इन पाठ्यक्रमों के अलावा टूरिज्म स्टडीज में सर्टिफिकेट कोर्स चलाये जा रहे हैं.
कॉलेजों में चल रहे अध्ययन केंद्रों में भी छात्र-छात्रओं की संख्या वर्ष-दर-वर्ष बढ़ती जा रही है. मारवाड़ी कॉलेज भागलपुर, पीबीएस कॉलेज बांका, आरडी एंड डीजे कॉलेज मुंगेर व डीएनएस कॉलेज भुसिया में रेगुलर स्टडी सेंटर चल रहे हैं. टीएनबी लॉ कॉलेज भागलपुर, अद्वैत मिशन ट्रेनिंग कॉलेज बौंसी व केंद्रीय विद्यालय जमालपुर में प्रोग्राम स्टडी सेंटर चल रहे हैं. ताड़र कॉलेज में स्पेशल स्टडी सेंटर चल रहा है. जनवरी 2012 सत्र के लिए विभिन्न कार्यक्रमों में कुल 526 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था और यह संख्या जनवरी 2013 में बढ़ कर 795 हो गयी थी. जनवरी 2014 में बढ़ कर यह 1278 हो गयी. वर्तमान सत्र जनवरी 2015 के लिए अब तक 1341 आवेदन पत्र प्राप्त हो चुके हैं.