भागलपुर: ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का काम स्वामी विवेकानंद पंचायत युवा क्रीड़ा एवं खेल अभियान (पायका) के माध्यम से किया जाता रहा है. इसमें 16 साल से कम उम्र वाले बच्चे हिस्सा ले सकते हैं. केंद्र सरकार की यह ड्रीम योजना है. बावजूद इसके पायका खेल पर इस बार भी ग्रहण लग सकता है. खेल डायरी के अनुसार एक से पांच अक्तूबर को प्रखंड स्तरीय और 21-25 अक्तूबर को जिला स्तर पर पायका खेल भागलपुर जिले में होना है, लेकिन इस दिशा में अबतक मुख्यालय से जिला खेल विभाग को कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. इस कारण जिला खेल विभाग की असमंजस स्थिति बनी हुई है.
जिला खेल पदाधिकारी बलबीर यादव ने बताया कि पायका खेल को लेकर मुख्यालय से कोई पत्र विभाग को प्राप्त नहीं हुआ है. पत्र मिलने पर ही आगे की कार्रवाई की जायेगी.
खिलाड़ियों में छायी उदासी
पायका खेल नहीं होने से खिलाड़ियों में निराशा है. पायका के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिलता था. इससे वे प्रखंड व जिला स्तर की टीम में जगह बना पाते थे. फिर राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलता था. ग्रामीण खिलाड़ियों को आशा था कि वर्तमान वर्ष में पायका खेल आयोजित होगा, जिसके माध्यम से वे अपनी प्रतिभा दिखा पाएंगे.
खिलाड़ी संतोष कुमार बताते हैं कि पायका खेल नहीं होने से अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिल पायेगा. सपना था कि राज्य स्तर पर होनेवाली प्रतियोगिता में भाग ले सकें , लेकिन अब शायद वह अधूरा ही रह जायेगा. खिलाड़ी मो अब्बास, मनोज कुमार ने कहा कि पिछले साल भी पायका खेल नहीं हुआ था. इस बार उम्मीद थी कि पायका खेल होगा. लेकिन लगता है कि इस बार भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिल पायेगा.