भागलपुर: सारण जिले के मशरक प्रखंड स्थित गंडामन नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में जहरीला खाद मिला मध्याह्न् भोजन खाने से कई बच्चों की मौत की खबर से भागलपुर के अभिभावक भी सशंकित हो गये हैं. भागलपुर के सबौर व कहलगांव प्रखंड के 16 स्कूलों के लगभग तीन हजार अभिभावकों ने बुधवार को मध्याह्न् भोजन ठुकरा दिया. बच्चों को टिफिन बॉक्स में खाना देकर स्कूल भेजा या टिफिन के समय बच्चों को खाने के लिए अभिभावकों ने घर बुला लिया. जिन स्कूलों में मध्याह्न् भोजन लेने से अभिभावकों ने मना कर दिया, उनमें सबौर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर, उर्दू मध्य विद्यालय वंशीटीकर, प्राथमिक विद्यालय बहादुरपुर व मध्य विद्यालय बहादुरपुर सहित 15 स्कूल के अलावा कहलगांव के मध्य विद्यालय खुटहरी हैं.
इन स्कूलों में सुबह ही अभिभावक पहुंचे थे और स्कूल प्रधानों को ताकीद की थी कि किसी भी स्थिति में बच्चों को मध्याह्न् भोजन खाने न दें. यही नहीं स्कूलों में जैसे ही एनजीओ की गाड़ी मध्याह्न् भोजन लेकर पहुंची, अभिभावक वहां फिर पहुंच गये और गाड़ी को लौटा दिया. ज्ञात हो कि जिले के 213 स्कूलों में बाल विकास एवं पर्यावरण संरक्षण संस्थान, दिल्ली द्वारा संचालित रसोई से मध्याह्न् भोजन उपलब्ध कराया जाता है.
सुबह ही सारे अभिभावक स्कूल आकर बच्चों को मध्याह्न् भोजन खिलाने से मना कर गये थे. मध्याह्न् भोजन लेकर जब एनजीओ की गाड़ी पहुंची, तो उपमुखिया मनोज कुमार ने अभिभावकों के कहने पर गाड़ी को लौटा दिया.हेमलता कुमारी, प्रधानाध्यापक, प्राथमिक विद्यालय, गोपालपुर5 स्कूलों ने अभिभावकों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के कहने पर मध्याह्न् भोजन नहीं लिया. भोजन लौट कर आयेगा. अब इसे मवेशी को खाने के लिए दे दिया जायेगा.
कैलाश कुमार, बाल विकास एवं पर्यावरण संरक्षण संस्थान की रसोई के डिस्पैचर