* प्रशासनिक अधिकारियों के बीच दिन भर होती रही तरह–तरह की चर्चा
* इओयू द्वारा एडीएम के पास करोड़ों रुपये का खुलासा होने से सभी अचंभित
भागलपुर : एडीएम (अपर समाहर्ता) के खिलाफ इओयू (आर्थिक अपराध इकाई) द्वारा की गयी कार्रवाई की चर्चा शनिवार को समाहरणालय परिसर में होती रही. सभी प्रशासनिक अधिकारी इस कार्रवाई से हतप्रभ थे. प्रशासनिक सेवा के एक अहम अधिकारी पर इस तरह की कार्रवाई व इओयू द्वारा उनके पास विभिन्न बैंकों में करोड़ों रुपये होने का खुलासा करने पर छोटे से लेकर बड़े सभी पदाधिकारी व कर्मचारी अचंभित थे.
* जितने मुंह, उतनी बात
अधिकांश पदाधिकारियों व कर्मचारियों को यह यकीन नहीं हो रहा था कि एक एडीएम के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई हुई और उनके पास से इतनी संपत्ति प्राप्त हुई है. कुछ पदाधिकारी तो यह भी कह रहे थे कि अपने कार्य व सहकर्मियों के प्रति उनका व्यवहार काफी अच्छा रहा और वह जानबूझ कर सरकारी कार्य के निष्पादन में अनावश्यक विलंब भी नहीं करती थी.
कर्मचारियों के बीच चर्चा थी कि इस तरह की कार्रवाई के पीछे उनके किसी खास नजदीकी का ही हाथ है. इन चर्चाओं के बीच स्थिति यह भी थी कि कुछ पदाधिकारी इस कार्रवाई से काफी सहमे हुए भी थे और वह अपनी चर्चाओं में यह जानना चाहते थे कि अब किस पदाधिकारी का नंबर है.
* एडीएम की ओर से घोषित संपत्ति
एडीएम श्रीमती ठाकुर ने वर्ष 2013 में अपनी संपत्ति की घोषणा में जो ब्योरा दिया है, उसमें उनके पास बौंसी में आठ एकड़ भूमि, सबौर में 20 कट्ठा व भागलपुर शहर में एक कट्ठा भूमि का उल्लेख किया है. उन्होंने तिलकामांझी चौक पर एक अपार्टमेंट और एक स्कार्पियो गाड़ी की भी मालकिन होने जिक्र किया है.
यह घोषणा उन्होंने 28 फरवरी 2013 को की है. उन्होंने अपनी घोषणा में एसबीआइ भागलपुर के अकाउंट में 28,785 रुपये, यूबीआइ भागलपुर में 1,15,944 रुपये, यूको बैंक भागलपुर में 2,45,491 रुपये व एसबीआइ बांका में 1,78,907 रुपये होने का उल्लेख किया है. उनके पीपीएफ अकाउंट में उस समय 2,13,155 रुपये थे.
इसके अलावा बंध पत्र व शेयर में उन्होंने सहारा में एक लाख व यूटीआइ के आरडी प्लान में 64 हजार रुपये का निवेश किया है. उन्होंने एनएससी में 1,56,344 रुपये, एलआइसी में 48 हजार व यूलिप में 20 हजार रुपये का भी निवेश दिखाया है. हालांकि अपनी संपत्ति की घोषणा में उन्होंने अपने ऊपर निर्भर किसी भी सदस्य या उनकी संपत्ति का जिक्र नहीं किया है.
* 48 लाख से अधिक का सोना–चांदी
संपत्ति की घोषणा में एडीएम श्रीमती ठाकुर ने 48 लाख 20 हजार 858 रुपये 83 पैसे के सोना–चांदी आदि होने की भी घोषणा की है. घोषणा तिथि को उनके पास 7,76,620 रुपये के चांदी के सिक्के, 1,42,244 रुपये 83 पैसे के चांदी बरतन आदि, 29,04944 रुपये के स्वर्ण आभूषण व 9,97,050 रुपये का हीरा भी है. इस पर उन्होंने टैक्स अदा करने का भी जिक्र किया है.
* बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपये क्यों
पदाधिकारियों के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ था कि यदि एडीएम श्रीमती ठाकुर के पास ब्लैक मनी थी, तो उन्होंने उसे बैंक अकाउंट में क्यों रखा. प्रशासनिक सेवा की इतनी बड़ी अधिकारी इस तरह की गलती नहीं कर सकती. इसको लेकर वह इओयू पर भी सवाल उठा रहे थे कि यह पूरी सच्चई नहीं है.
एक अधिकारी तो यहां तक कह रहे थे कि श्रीमती ठाकुर काफी तेज–तर्रार अधिकारी हैं और यदि उनके पास ब्लैक मनी थी तो वह उसे बैंक में रखने की गलती नहीं कर सकती हैं. उनका तर्क यह भी था कि एडीएम खानदानी रईस व जमींदार परिवार से आती हैं और हो सकता है कि यह पैसा उनकी अपनी संपत्ति हो.