भागलपुर : रेलवे स्टेशन के पोर्टिको में रविवार की सुबह 10 बजे ठेला हटाने को लेकर ठेला चालक संजय कुमार सिंह और रेल पुलिस के बीच मारपीट हो गयी. बात इतनी बढ़ी कि ठेला चालकों ने आरपीएफ कांस्टेबुल डीके राय को दौड़ा-दौड़ा की पीटा. इस मारपीट में कांस्टेबुल का सिर फट गया और नाक में भी चोट आयी.
अपने साथी से मारपीट की सूचना मिलते ही रेल थाना में तैनात चार संतरी राइफल लेकर दौड़े. पीछे से आरपीएफ इंस्पेक्टर जवानों के साथ थाना के पास पहुंचे और आरपीएफ ने ठेला चालकों को खदेड़ना शुरू किया. आरपीएफ ने ठेला चालक संजय सहित मारपीट में शामिल तीन लोगों को पकड़ लिया. वहीं ठेला चालक के पुत्र दीपक को बैरक के पास आरपीएफ जवानों ने पकड़ा और पिटाई कर दी.
भागने के दौरान दीपक एक खंभे से टकरा गया, जिससे उसके सिर में चोट आयी. घायल जवान और ठेला चालक के पुत्र को रेलवे अस्पताल में भरती कराया गया. वहां से दोनों को बेहतर इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच, मायागंज रेफर कर दिया गया. घटना की सूचना मिलते ही सहायक सुरक्षा आयुक्त सीबेन भट्टाचार्या जमालपुर से भागलपुर पहुंचे और मामले की जांच की. मामले को लेकर ठेला चालक सहित तीन लोगों को नामजद व एक दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों पर जीआरपी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.जीआरपी थाना प्रभारी श्रीकांत मंडल ने बताया कि गिरफ्तार चारों आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
स्टेशन पर घंटे भर रही अफरातफरी
भागलपुर : रेल पुलिस और ठेला चालक के विवाद और मारपीट को लेकर लगभग एक घंटे तक स्टेशन परिसर में अफरातफरी की स्थिति रही. मारपीट होता देख लोग इधर-उधर भागने लगे. प्लेटफॉर्म पर आये यात्री यह नहीं समझ पा रहे थे कि आखिर माजरा क्या है. घटना के बाद लोगों ने स्टेशन परिसर से अपनी सभी दुकानें हटा ली.
कैसे हुई घटना . प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्टेशन के पोर्टिको में ठेलाचालक नाथनगर निवासी संजय कुमार सिंह का ठेला लगा था.जीआरपी और आरपीएफ जवानों ने उसे पोर्टिको से ठेला हटाने के लिए कहा. इसी बात को लेकर पुलिस और ठेला चालक के बीच विवाद हो गया. देखते ही देखते विवाद ने मारपीट का रूप ले लिया और आरपीएफ जवानों ने ठेलाचालक को पीट दिया. इसी बीच ठेलाचालक ने अपने बेटे दीपक को फोन किया और दीपक अपने दोस्तों के साथ स्टेशन आ गया. ठेला चालक के बेटे और उसके दोस्तों को देख जीआरपी (होमगार्ड) के जवान वहां से खिसक लिये और दीपक तथा उसके साथी आरपीएफ कांस्टेबुल डीके राय को खदेड़ने लगे. जवान तेजी के साथ आरपीएफ थाना की ओर भागने लगा. दीपक और उसके दोस्तों ने रेलवे कैंटीन के पास डीके राय को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. इस मारपीट में डीके राय का सिर फूट गया और नाक में भी चोट आयी. अपने दोस्त के साथ मारपीट होता देख थाना में तैनात आरपीएफ के चार संतरी अपने इंसास राइफल लेकर दौड़े. आरपीएफ इंस्पेक्टर अनुपम कुमार भी जवानों के साथ आये. जवानों को देख दीपक और उसके साथी भागने लगे.
बैरक के पास दीपक रेल पुलिस के हत्थे चढ़ गया और जवानों ने उसकी पिटाई कर दी. इससे बचने के लिए वह जैसे ही भागा कि पास के लोहे के खंभे से टकरा गया जिससे उसका सिर फूट गया. उसके बाद रेल पुलिस ने घायल कांस्टेबुल डीके राय और युवक दीपक को इलाज के लिए रेल अस्पताल में भरती कराया. प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को जेएलएनएमसीएच में भरती कराया गया. अनुपम कुमार ने प्लेटफॉर्म पर जवान के साथ मारपीट करने वाले दीपक के चाचा व एक युवक को गिरफ्तार किया. चालक संजय कुमार सिंह को पहले ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. ठेला चालक संजय के हाथ में काफी चोट लगी है.