भागलपुर: जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को भी पढ़ाई नहीं हो सकी. शिक्षकों के बीच मंगलवार को छात्रों द्वारा किये गये हंगामे की चर्चा होती रही. वहीं कार्रवाई की सूचना के बाद छात्र शशिकांत व छात्र सरिता की तबीयत खराब हो गयी. शशिकांत को आइसीयू में भरती कराया गया है.
सरिता को इमरजेंसी में डॉ अशोक भगत ने जांच कर दवा दी है और आराम करने की सलाह दी है. डॉ भगत ने बताया कि दोनों ने बेचैनी और सीने में दर्द होने की शिकायत की थी. फिलहाल दोनों की स्थिति सामान्य है. रात नौ बजे एक और छात्र पद्मिनी घोष की तबीयत खराब हो गयी तो साथी छात्रों ने उसे आइसीयू में इलाज के लिए भरती कराया. जानकारी के अनुसार कार्रवाई की बात सुनने के बाद छात्र-छात्राओं को मानसिक तौर पर गहरा धक्का लगा है. चिकित्सकों के मुताबिक साइकोलॉजिकल परेशानी है. धीरे-धीरे दूर हो जायेगी. आम दिनों की तुलना में कॉलेज परिसर में भी चहल-पहल कम रही. मेडिकल कॉलेज के बायो केमेस्ट्री विभाग में डॉ यूएस चौधरी छात्रों का इंतजार करते रहे.
20 वर्ष में पहली बार हुई है कार्रवाई
मेडिकल कॉलेज के एक वरिष्ठ शिक्षक ने बताया कि पिछले 20 वर्ष में घटना पहली बार ऐसा हुआ है कि छात्रों ने किसी शिक्षक पर जानलेवा हमला किया हो. इसी वजह से कॉलेज प्रबंधन ने कठोर कदम उठाया है. अगर ऐसे मामले में भी कॉलेज प्रबंधन सख्त नहीं होगा, तो भविष्य में यहां के शिक्षकों की परेशानी बढ़ सकती है. सजर्री के विभागाध्यक्ष डॉ यू नाथ ने बताया कि इस मामले को लेकर सभी शिक्षक एकजुट हैं और सबसे कहा गया है कि इस मामले में कोई निदरेष न फंसे. जिसने गलती की है वह सजा का हकदार है और जो इसमें शामिल नहीं है, उसे किसी सजा नहीं मिलनी चाहिए.