भागलपुर: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देश के बाद तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय भी ग्रेडिंग सिस्टम लागू करने पर विचार कर रहा है. ग्रेडिंग सिस्टम लागू होने के बाद छात्रों को रिजल्ट में अंक मिलने के बजाय ग्रेड मिलना शुरू हो जायेगा. ग्रेडिंग सिस्टम लागू करने के लिए सभी पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर सिस्टम लागू करना जरूरी है.
कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे ने बताया कि फिलहाल भागलपुर विश्वविद्यालय में केवल पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर प्रणाली लागू है, लेकिन यूजीसी का निर्देश है कि अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में भी सेमेस्टर प्रणाली लागू हो. साथ ही यह भी निर्देश जारी किया गया है कि सभी कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम लागू करने के साथ-साथ ग्रेडिंग सिस्टम भी लागू किया जाये. यहां अंडर ग्रेजुएट कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम लागू करने के लिए राजभवन की स्वीकृति आवश्यक है. उन्होंने बताया कि आनेवाले दिनों में सेमेस्टर सिस्टम के साथ-साथ ग्रेडिंग सिस्टम भी लागू होना है.
ग्रेडिंग सिस्टम लागू होने के बाद छात्रों को मार्कशीट के बजाय ग्रेडशीट मिलना शुरू हो जायेगा. वर्तमान में छात्र पूर्णाक के मुताबिक लिखे गये उत्तर के आधार पर अंक प्राप्त करते हैं. ग्रेडिंग सिस्टम लागू होने के बाद छात्रों द्वारा प्राप्त अंक पर उन्हें ग्रेड दिया जायेगा. सभी सेमेस्टर की पढ़ाई करने के बाद सारी परीक्षाओं में मिले अंक पर ग्रेड दिया जायेगा. विदेशों में छात्रों को अंकों के बदले ग्रेड मिलता है. ऐसे में जो छात्र विदेशों में पढ़ाई करने के लिए जाना चाहेंगे, ग्रेडिंग सिस्टम का पूरा-पूरा लाभ उठा पायेंगे. यही नहीं देश के अन्य यूनिवर्सिटी में ग्रेडिंग सिस्टम लागू हो जाने के साथ-साथ भागलपुर विश्वविद्यालय में भी इसे लागू करना छात्रों के फायदेमंद मान रहे हैं जानकार. इससे छात्र देश के अन्य यूनिवर्सिटी में नामांकन के दौरान लाभान्वित हो सकेंगे.