भागलपुर: जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक नवजात को पिछले सात दिन से अपने माता-पिता की तलाश है. दरअसल 26 जून को सुलतानगंज निवासी अमरनाथ कुमार ने अपनी पत्नी तन्नू देवी को प्रसव के लिए स्त्री एवं प्रसव विभाग में भरती कराया जहां उसने एक बेटे को जन्म दिया. स्वास्थ्य कर्मियों के मुताबिक महिला को भरती कराने के बाद उसका पति कहां गया कुछ पता नहीं है.
जब बच्चे का जन्म हो गया तो उसे बेड पर ला कर रख दिया गया. बाद में पता चला कि महिला की मानसिक स्थिति खराब है. वह रह-रह कर अपशब्द सहित अन्य बातें करती थी. इस वजह से वह वार्ड से बाहर चली गयी और द्वार पर बैठ गयी. इसके बाद उसके बच्चे को आइसीयू में भरती कराया गया जहां उसका इलाज किया जा रहा है.
कई लोगों ने बताया कि वह महिला हरे रंग की साड़ी पहनी हुई थी और वह रात में मेटरनिटी वार्ड के पास आती है पर अपशब्द बकने के कारण उसे वहां से भगा दिया जाता है. उससे जब कोई पूछता है कि तुम्हारा बच्च कहां है तो वह कहती है कि डॉक्टर साहब लैय लेलके. हम्म कि करबै बच्च लैय क कहां रखबय.