भागलपुर: ओम प्रकाश शर्मा उर्फ ओम बाबा हत्या मामले में किसी तीसरे व्यक्ति का भी हाथ हो सकता है. मामले की जांच में पुलिस भी फूंक -फूंक कर कदम बढ़ा रही है. हत्याकांड की जांच के लिए एसएसपी राजेश कुमार ने पांच पुलिस अधिकारियों की टीम का गठन किया है.
जिसके बाद मंगलवार को कोतवाली पुलिस ने शहर के करीब आधा दर्जन संदिग्ध लोगों से पूछताछ की है. एसएसपी ने बताया कि घटनास्थल (बाबा के कमरे) को सील कर दिया गया है. वहां फोरेंसिक टीम को जांच के लिए भेजा जायेगा. बाबा का मोबाइल कॉल डिटेल खंगाला जा रहा है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट की गहराई से समीक्षा की जा रही है, ताकि दोषी कानून के सामने आ सके. दूसरी ओर पुलिस बाबा के ऊपर कोतवाली थाने में दर्ज मामलों की भी गहन समीक्षा कर रही है. पुलिस हर पहलू का खंगाल कर मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है. एसएसपी ने बताया कि बाबा हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए वैज्ञानिक जांच करायी जायेगी. मंगलवार को सांसद भी घटना स्थल पर गये थे.
गली के लोग बोलने से कर रहे परहेज
पुलिस को देवी बाबू धर्मशाला की गली के लोग कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं. वे एक ही बात की रट लगा रहे हैं कि वे बाबा को जानते तो थे लेकिन काफी दिनों से उनसे भेंट नहीं हुई. गली के एक दुकानदार ने बताया कि बाबा की हत्या कोई भी कर सकता था. क्योंकि उनके यहां आने वाले लोगों में ज्यादातर नशेड़ी थे. यहां नशा करने के लिए ही लोग आते थे. शराब की बोतल आज भी गली में देखी जा सकती है.