भागलपुर: शहर से बुजुर्गो के लगातार गायब होने का का सिलसिला जारी है. पिछले चार माह में आधा दर्जन से अधिक बुजुर्ग शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से गायब हुए हैं.
बड़ी बात यह है कि एक भी बुजुर्ग का पुलिस सुराग नहीं खोज पायी. पुलिस लापता का सनहा दर्ज खानापूर्ति कर देती है. खोज और छापेमारी के नाम पर आसपास के थानों को वायरलेस कर दिया जाता है.
लापता होने वाले ज्यादातर बुजुर्ग बीमार. लापता होने वाले ज्यादा बुजुर्ग बीमार या लकवाग्रस्त हैं. परिजनों की ओर से दर्ज किये जाने वाले 90 प्रतिशत मामले में जिक्र रहता है कि लापता व्यक्ति बीमार है या उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. दरअसल, परिजन भी थानों में सनहा दर्ज अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते हैं.
एक वृद्धा की गंगा में मिली थी लाश. 21 जुलाई को बरारी श्मशान घाट में गंगा नदी में पुलिस ने एक वृद्धा की लाश बरामद की. वृद्धा की उम्र करीब 70 साल के आसपास थी. वह छींट साड़ी, पीला ब्लाउज और आसमानी पेटीकोट पहनी हुई थी. अब तक उसकी पहचान नहीं हो पायी है. घाट पर मौजूद महादेव मल्लिक ने वृद्धा को डूबते देखा. तैर कर महादेव गंगा के धार से वृद्धा को घाट पर लाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
कब कौन बुजुर्ग हुए लापता
05 अप्रैल : तिलकामांझी से सीनियर एकाउंट क्लर्क सुरेश रजक (55) लापता
04 मई : नाथनगर से शोभनी देवी (60) लापता
01 जून : फादर चेरीकिलेंपिल (70) साहेबगंज से लापता
20 जून : विवि थाना क्षेत्र के बेली घाट रोड से लकवाग्रस्त ब्रह्मदेव पंडित (60) लापता
04 जुलाई : बिजली विभाग के रिटायर्ड जूनियर लाइन मैन मो सलीमउद्दीन (75) बरारी से लापता