भागलपुर: जिले के 160 प्रारंभिक स्कूलों में पिछले चार महीने से मध्याह्न् भोजन बंद है. इनमें 102 विद्यालय पीरपैंती प्रखंड में अवस्थित है. शेष 58 विद्यालय अन्य प्रखंडों के हैं. एसएफसी द्वारा चावल नहीं देने के कारण मध्याह्न् भोजन पूरी तरह बाधित हो गया है.
कुल मिला कर देखें तो लगभग 50 हजार बच्चे पिछले चार महीने से रोजाना बिना मध्याह्न् भोजन किये लौट रहे हैं. मध्याह्न् भोजन कार्यालय कई बार एसएफसी को मध्याह्न् भोजन चालू करने के लिए चावल देने की मांग के लिए पत्र भेज रहा है.
बावजूद इसके एसएफसी के पदाधिकारियों पर इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. मध्याह्न् भोजन मद में गत अप्रैल से जून तक के लिए 22726.40 क्विंटल चावल आवंटित हुआ था. इसके मुकाबले एसएफसी ने महज 18132.89 क्विंटल ही चावल दिया. चावल कम देने के कारण अन्य विद्यालय में चावल उपलब्ध तो करा दिया गया, लेकिन 160 विद्यालय इससे वंचित रह गया. एसएफसी की आनाकानी से विद्यालय में यह संकट पहली बार नहीं हो रहा है, बल्कि वर्षो से हरेक तिमाही में यही स्थिति बनी रहती है. आखिरकार इसका खामियाजा बच्चों पर और विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति पर भी पड़ता है.