कागजों में खूब हो रही बात, पर जमीन से कोसों दूर है स्मार्ट िसटी

भागलपुर : मई 2016 में भागलपुर को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल करने की घोषणा हुई. घोषणा के साथ ऐतिहासिक शहर भागलपुर में नया जोश आ गया. खुशी की इंतहां की बचीखुची कसर तामझाम से हुई स्मार्ट सिटी योजना की लांचिंग ने कर दी. लांचिंग जनवरी 2017 में हुई थी. बड़ा आयोजन हुआ. सिर्फ लांचिंग […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 9, 2019 3:11 AM

भागलपुर : मई 2016 में भागलपुर को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल करने की घोषणा हुई. घोषणा के साथ ऐतिहासिक शहर भागलपुर में नया जोश आ गया. खुशी की इंतहां की बचीखुची कसर तामझाम से हुई स्मार्ट सिटी योजना की लांचिंग ने कर दी. लांचिंग जनवरी 2017 में हुई थी. बड़ा आयोजन हुआ. सिर्फ लांचिंग पर ही 1.5 लाख खर्च कर दिये गये थे. फिर तो रातों रात बधाई संदेश के साथ भागलपुरवासियों की कल्पना बदलने लगी थी. रातोरात जमीन की कीमत आसमान पर पहुंच गयी.

सरकारी प्रकृया में भी जमीन की कीमत बदल गयी. सबकुछ सपना पर सुखद सपना लगने लगा था. पर अब जब की घोषणा के तीन साल बीतने को हैं सब कुछ धड़ाम हो गया. वही बाहर से आनेवाले संदेश अब व्यंग्य का रूप ले चुके हैं. कारण जवाबदेहों की लापरवाही है. याद रहे स्मार्ट सिटी की घोषणा के बाद अब तक बोर्ड की 14 बैठकें हो चुकी हैं. दो अध्यक्ष और दो सीइओ बदल चुके हैं. स्मार्ट सिटी कंपनी का प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए जोशोखरोस से चुनी गयी प्रोजेक्ट एंड डेवलपमेंट मैनेजमेंट कंसलटेंट (पीडीएमसी) भी बाहर हो चुकी है.
पर भागलपुर आज भी स्मार्ट होने की जगह लगातार पीछे जा रहा है. अब जब कि बोर्ड की संभवत: इस साल की आखरी बैठक (15वीं बैठक) नौ नवंबर शनिवार को होने जा रही है, तो ऐसे में क्या है वास्तविक हालात इससे रू-ब-रू करा रहे हैं हमारे संवाददाता ऋषि…
डिजिटल युग में साइट भगवान भरोसे : इस डिजिटल युग में जब सबकुछ सार्वजनिक करने की बात होती है, स्मार्ट सिटी कंपनी के कामकाज की गोपनीयता शुरू से जबरदस्त रही. कंपनी ने एक पीआरओ रखा भी तो उसे हटा दिया, अभी कोई नहीं है जो कुछ बता सके. दूसरी ओर कंपनी की जो साइट बनायी गयी है उस पर कुछ अपलोड नहीं होता.
अबतक 14 बार हुए निदेशक मंडल की बैठक की कार्यवाही तक अपलोड नहीं है. कंपनी में केंद्र से कितना फंड आया कुछ भी अपलोड नहीं है. अगर कोई वेबसाइट के सहारे स्मार्ट सिटी को जानना चाहे तो कुछ भी संभव नहीं.
कंपनी के काम से सब दुखी
दो अप्रैल को पटना में प्रधान सचिव की बैठक में : चार स्मार्ट सिटी में भागलपुर की स्थिति आशाहीन और असंतोषजनक.चार जून को पटना में प्रधान सचिव की बैठक : पटना स्मार्ट सिटी की पीडीएमसी योजनाओं की रफ्तार बढ़ाने में सहयोग करे.14 जून को नगर विकास मंत्री ने दिये निर्देश : काम की रफ्तार पर चिंता व्यक्त करते हुए तेजी लाने को कहा.

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